UP Panchayat Chunav 2021: वेस्ट यूपी में जाटों को साधने के लिए भाजपा ने अमित चौधरी को उतारा चुनाव मैदान में
Gautam Buddha Nagar Zilla Panchayat President Election आगामी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर भाजपा ने किसान आंदोलन की वजह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासकर जाटो को साधने के लिए अमित चौधरी पर दाव लगाया है।
नोएडा [धर्मेंद्र चंदेल]। भारतीय जनता पार्टी ने गौतमबुद्धनगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अमित चौधरी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। हालांकि, भाजपा ने अभी आधिकारिक रूप से प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है, लेकिन मौखिक रूप से पार्टी जिलाध्यक्ष विजय भाटी व अमित चौधरी को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है, जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने इसी पुष्टि की, पेशे से कालोनाइजर व बिल्डर अमित चौधरी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चिपियाना गांव के रहने वाले हैं। वह जेवर की वार्ड पांच से जिला पंचायत सदस्य चुने गए थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद डॉक्टर महेश शर्मा एवं क्षेत्रीय अध्यक्ष पश्चिमी उत्तर प्रदेश मोहित बेनीवाल का उन्हें करीबी माना जाता है। जानकारों का कहना है कि आगामी विधान सभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने किसान आंदोलन की वजह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासकर जाटो को साधने के लिए अमित चौधरी पर दाव लगाया है। गौतमबुद्धनगर में जिला पंचायत के पांच में से तीन सदस्य भाजपा के हैं। ऐसे में अमित के सिर पर अध्यक्ष पद का ताज तय माना जा रहा है।
गौतमबुद्धनगर में 2010 में जिला पंचायत के 15 सदस्य थे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा के गांवों में 2015 में ग्राम पंचायत समाप्त कर दी गई। इससे जिला पंचायत की सीटें घटकर पांच रह गई। हालांकि 2015 में जिन सीटों पर चुनाव हुआ था, उन्हें भी रद कर दिया गया था। उसके बाद चुनाव नहीं हुए। इस दौरान जिलाधिकारी ने ही पंचायत अध्यक्ष के प्रशासक के तौर पर कार्य किया। गत माह हुए चुनाव में जिला पंचायत की तीन सीट भाजपा, एक बसपा व एक निर्दलीय के खाते में गई थी।
प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुखों के चुनाव जून के मध्य होने की संभावना है। इसके लिए प्रदेश सरकार मई के अंत तक अधिसूचना जारी कर सकती है। बताया जाता है कि जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव के दौरान ही अमित के नाम पर अध्यक्ष पद के लिए भी मुहर लग गई थी। डाक्टर महेश शर्मा का करीबी होने की वजह से भाजपा की पूरी टीम उन्हें जिताने के लिए जेवर में जुट गई थी। बसपा के कपिल छोंकर को उन्होंने हराया था।
अमित चौधरी का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। वह अध्यक्ष बनते हैं तो गौतमबुद्धनगर में भाजपा पहली बार इस सीट पर काबिज होगी। 1997 में गौतमबुद्धनगर का गठन हुआ था। इसके पहले अध्यक्ष सपा के वेदपाल भाटी बने थे। इसके बाद सपा के बिजेंद्र भाटी, लोक सिंह खटीक व रविंद्र भाटी अध्यक्ष बने। बसपा की बाला देवी व जयवती नागर भी अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बैठ चुकी हैं। इस जनपद में भाजपा कभी जिला पंचायत चुनाव में अपना परचम नहीं लहरा सकी है।
सूत्र बताते हैं कि 2022 के विधान सभा चुनाव में किसान आंदोलन की वजह से भाजपा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट मतदाताओं के खिसकने का डर है, इसलिए जाट बिरादरी के अमित चौधरी पर दाव लगाया गया है। गौतमबुद्धनगर को गुर्जर बाहुल जिला माना जाता है। जिले के गठन से अब तक दो बार अनुसूचित जाति के अध्यक्ष बने हैं। बाकी गुर्जर जाति के व्यक्ति ही अध्यक्ष बने हैं। हालांकि, जिले में जाट बिरादरी के मतदाताओं की संख्या अधिक नहीं है, लेकिन इस बार जाट बिरादरी के अमित चौधरी का अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बैठना तय माना जा रहा है। जिला पंचायत के पांच सदस्यों में से तीन गुर्जर, एक जाट व एक अनुसूचित जाति से है।
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