Chinese Espionage Case: चीनी नागरिकों के अवैध अड्डे पर कैश कलेक्शन करने वाला अशोक गिरफ्तार. हवाला से जुड़े हैं तार
जासूसी के शक में पकड़े गए चीनी नागरिक सु फाइ के तार हवाला से जुड़ा हुए हैं। यह भी पता चला है कि स्क्रैप के मोबाइल फोन को भारत से कोरियर के माध्यम से चीन भेजा जाता था। वहीं खराब मोबाइल को वापस सही करके बहुराष्ट्रीय फैक्ट्रियां बेच रही हैं.
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। जासूसी के शक में पकड़े गए चीनी नागरिक सु फाइ के सहयोगी अशोक निवासी मुरादनगर गाजियाबाद को बीटा दो कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव में संचालित होने वाले चीनी नागरिकों के अवैध अड्डे में एकत्र होने वाले कैश को अशोक के माध्यम से बैंक में जमा कराया जाता था।
अशोक की भूमिका दिल्ली एनसीआर में एकत्र होने वाले स्क्रैप के मोबाइल को कोरियर के माध्यम से चीन भिजवाने की थी। बहुराष्ट्रीय फैक्ट्रियां उन स्क्रैप के मोबाइल को वापस नया करके मार्केट में भेजती थी। इसमें होने वाले लाभ की रकम को हवाला के माध्यम से विदेशी अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता था।
सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि एक एजेंसी के इशारे पर अशोक पिछले तीन सालों से चीनी नागरिक का बतौर सहयोगी काम कर रहा था। बीटा दो कोतवाली पुलिस को शुक्रवार रात चीनी नागरिक के सहयोगी अशोक के संबंध में सूचना मिली।
पुलिस ने मुखबिर की सटीक सूचना पर यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट के समीप से अशोक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि वह पिछले तीन साल से चीनी नागरिकों के संपर्क में था। उनके अवैध अड्डे पर होने वाली कमाई में बराबर का हिस्सेदार था।
अवैध अड्डे पर होने वाली कमाई के जरिए अशोक ने कुछ दिन पहले एक नई इनोवा गाड़ी भी खरीदी थी। उसका काम अवैध अड्डे पर होने वाले कैश कलेक्शन को अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा कराने के अलावा दिल्ली एनसीआर से स्क्रैप के मोबाइल को चीन पहुंचाने का था।
पुलिस के अलावा एसटीएफ व कई अन्य जांच एजेंसियां अशोक से पूछताछ कर रही है। हवाला केस में अशोक एक अहम कड़ी है। पूछताछ के दौरान कई अन्य अहम सुराग हाथ लगने की आशंका है।
यह है पूरा मामला
बीते 11 जून को नेपाल बार्डर पर बिहार के सीतामढ़ी क्षेत्र में एसएसबी ने दो चीनी नागरिकों लु लैंग और तो यूं हेलंग को पकड़ा था। दोनों 18 दिनों तक ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव स्थित चीनी नागरिकों के अवैध शराब के अड्डे व जेपी ग्रींस सोसायटी में रहे थे।
दोनों को भारत में पनाह चीनी नागरिक सु फाइ व उसकी महिला मित्र नगालैंड निवासी पेटेख रेनुओ ने दी थी। पनाह देने वालों को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने पकड़ा तो पता चला कि अवैध रूप से सु फाइ भारत में रह रहा था, उसकी वीजा अवधि वर्ष 2020 में समाप्त हो गई थी।
सु फाइ के कब्जे से भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ था जो कि देश सुरक्षा में सेंध लगा रहा था। वह घरबरा गांव में चीनी नागरिकों के लिए एक ऐसा अवैध अड्डा चला रहा था जहां बार, पब, कैसिनो समेत कई अन्य मनोरंजन के साधन एक साथ मौजूद रहते थे। अवैध अड्डे पर भारतीय युवती से यौन उत्पीड़न के आरोपित ली शुलुन का भी आना जाना था।