Move to Jagran APP

जानिये- कहां पर मिल रहा है 5 रुपये में भर पेट भोजन और 10 रुपये में कपड़े व दवाई

समाजसेवी अनूप खन्ना महज 10 रुपये में मनपसंद कपड़े और प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोलकर मरीजों को सस्ती दवा भी उपलब्ध करा रहे हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Sun, 16 Aug 2020 11:03 AM (IST)Updated: Mon, 17 Aug 2020 11:27 AM (IST)
जानिये- कहां पर मिल रहा है 5 रुपये में भर पेट भोजन और 10 रुपये में कपड़े व दवाई
जानिये- कहां पर मिल रहा है 5 रुपये में भर पेट भोजन और 10 रुपये में कपड़े व दवाई

नोएडा [पारुल रांझा]। लॉकडाउन खत्म हुए डेढ़ महीने से भी अधिक का समय हो गया है, लेकिन कोरोना संकट के बीच 2 जून की रोटी के लिए लोगों की जद्दोजहद जारी है। कोरोना के चलते असामान्य हालात में किसी तरह गुजर-बसर कर रहे बहुत से परिवारों को 2 जून की रोटी व पेट की भूख मिटाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। ऐसे विपरीत हालात में लोगों के लिए उम्मीद की किरण बने हैं नोएडा के समाजसेवी अनूप खन्ना। दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-29 स्थित गंगा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में  'दादी की रसोई' चलाने वाले अनूप खन्ना सिर्फ 5 रुपये में थाली उपलब्ध कराते हैं। 

prime article banner

रोजाना 500 से अधिक लोगों को 5 रुपये में कराते हैं भोजन

आने वाले दिनों में अनूप खन्ना एसी में भी 5 रुपये में ही भरपेट भोजन मुहैया कराएंगे। वह फिलहाल रोजाना दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच खाना खिलाते हैं, खूबी यही है कि देसी घी के तड़के से हर दिन सिर्फ 5 रुपये में सैकड़ों लोगों को पेटभर भोजन कराते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण से पहले सप्ताह में हर दिन खाना खिलाते थे, लेकिन शनिवार और रविवार को लॉकडाउन के चलते केवल सोमवार से शुक्रवार को लोगों को सिर्फ 5 रुपये में खाना मुहैया कराया जाता है। कम पैसे लेने की वजह सिर्फ यह है कि यहां भोजन करने वाले लोगों का स्वाभिमान बना रहे। हर तबके के व्यक्ति पांच रुपए देकर सम्मान से भोजन करते हैं। वही बात कपड़ों के लिए भी लागू है यहां जरूरतमंद लोग अपनी मनपसंद के कपड़े 10 रुपये देकर ले सकते हैं।

5 रुपये में खाना, 10 रुपये में दवाएं

अनूप का कहना है कि कोरोना काल में जो लोग हालात के सताए हुए हैं उन्हें 2 जून की रोटी, कपड़ा और दवाएं तीनों चीजें सस्ती दरों में उपलब्ध कराना ही उनका मुख्य मकसद है। नोएडा सेक्टर-29 स्थित गंगा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में महज 10 रुपये में मनपसंद कपड़े और प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोलकर मरीजों को सस्ती दवा भी उपलब्ध करा रहे हैं। 

राष्ट्रपति भवन में हुई नोएडा की 'दादी की रसोई' की सराहना

राष्ट्रपति के चीफ सेक्रेटरी संजय कोठारी ने नोएडा के अनूप खन्ना समेत 7 लोगों को बुलाकर सुझाव मांगे थे।प्रत्येक वर्ष राष्ट्रपति नए साल के मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर रहे लोगों से मुलाकात करते हैं। इस दौरान दादी की रसोई के संचालक अनूप  को भी राष्ट्रपति भवन बुलाया गया था।

हर रोज बदलता है दादी की रसोई का मेन्यू

'दादी की रसोई' में रोजाना खाने में चावल और अचार के साथ अलग-अलग तरह की पौष्टिक सब्जियां और दालें बनाई जाती हैं। आलम यह है कि 'दादी की रसोई' में अब लोग अपने बच्चों का जन्मदिन भी मनाने लगे हैं। खास मौकों या यानी त्योहार-उत्सव पर तो यहां पूड़ी, हलवा, मिठाई और आइसक्रीम भी मुहैया कराई जाती है।

'दादी की रसोई' के जरिये अनूप खन्ना आगामी 21 अगस्त से एक नई शुरुआत करने जा रहे हैं। 'दादी की रसोई' अब पूरे देश का पहला 5 रुपये वाला वातानुकूलित रेस्तरां (Air Conditioned Restaurant) बनने जा रहा है। यहां पर 5 रुपये में अच्छे और स्वस्थ माहौल में एसी की ठंडक के बीच भरपेट खाना मिलेगा। 'दादी की रसोई' का संचालन करने वाले अनूप खन्ना की मानें तो यह पहला 5 रुपये वाला एसी रेस्तरां होगा, जिसकी पूरी तैयारी है। दरअसल, 21 अगस्त को दादी की रसोई का 5वां स्थापना दिवस है। इसी दिन से ऐसी सुविधा की शुरुआत होगी।

मां की नसीहत ने बना दिया समाजेसवी

दादी की रसोई में खाना खाने वाले लोग हर तबके से हैं। यहां पर भिखारी से लेकर दुकान पर काम करने वाला और दुकान मालिक तक शामिल है। 'दादी की रसोई' खोलने के विचार पर अनूप कहते हैं- 'मेरी मां बहुत बीमार रहती थीं तो उन्हें खाने में हल्का भोजन यानी खिचड़ी-दलिया वगैरह ही देते थे। एक दिन उन्होंने खाते समय कहा कि तुम लोगों ने मेरे खाने में बहुत कटौती की है, इसलिए जितना बचाया है उसे जरूरतमंदों को खिलाना। मेरे बच्चों ने उसी समय इसका नाम 'दादी की रसोई' दे दिया। 21 अगस्त, 2015 से 'दादी की रसोई' सफलतापूर्वक चल रही है।

लोगों की मिल रही भरपूर मदद

अनूप का कहना है कि इस नेक काम में लोगों की भरपूर मदद मिल रही है। लोग वॉट्सऐप ग्रुप और फेसबुक पेज के माध्यम से 'दादी की रसोई' को चलाने में हमारी मदद करते हैं। जो भी मदद करने वाले साथी हैं उन्हें हमारे काम पर इतना भरोसा हो गया है। उन्हें लगता है अगर हम इस समूह को पैसा देंगे तो वह जरूरतमंद तक जरुर पहुंचेगा। यही वजह है कि वर्षों से ज्यादा से ज्यादा मददगार लोग हमसे जुड़ते जा रहे हैं। 

जरूरतमंदों को बांटा था राशन 

राष्ट्रपति भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 20 अप्रैल 2020 को राष्ट्रपति के सेक्रेटरी संजय कोठारी ने कोरोना महामारी में जरूरतमंदों मदद के लिए दादी की रसोई की ओर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की थी। इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में देश के पांच अलग-अलग राज्यों में गरीबों के लिए कार्य कर रही संस्थाओं के लोग शामिल थे। दादी की रसोई के संचालक अनूप खन्ना ने राष्ट्रपति के सेक्रेटरी संजय कोठारी को कोरोना में लॉकडाउन के चलते उनकी कार्ययोजना व मॉडल के बारे में जानकारी दी।

बता दें कि लॉकडाउन के बाद से ही उन्होंने रसोई को कुछ समय के लिए बंद कर दिया था। इसके बाद से अलग -अलग स्थानों पर जरूरतमंदों को राशन वितरण करने का निर्णय लिया था। वे शहर के जिन स्थानों में राशन बांटते थे, इसके साथ ही उस स्थान को सैनिटाइज भी किया करते थे। दादी की रसोई के द्वारा दी जा रही सेवाओं के बारे में जानने के बाद राष्ट्रपति के सेक्रेटरी ने प्रयासों की सराहना की।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.