Move to Jagran APP

18 गांवों को वापस जोड़ने की मांग, सौंपा ज्ञापन

संस दादरी नए परिसीमन में दादरी ब्लाक के 18 गांवों को बिसरख में जोड़ दिया गया था। उक्त 18 गा

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 08:52 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 08:52 PM (IST)
18 गांवों को वापस जोड़ने की मांग, सौंपा ज्ञापन
18 गांवों को वापस जोड़ने की मांग, सौंपा ज्ञापन

संस, दादरी: नए परिसीमन में दादरी ब्लाक के 18 गांवों को बिसरख में जोड़ दिया गया था। उक्त 18 गांवों को दादरी ब्लाक में जोड़ने की मांग को लेकर प्रभावित गांवों के प्रधानों के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को विधायक तेजपाल नागर व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया के नेतृत्व में जिलाधिकारी सुहास एलवाई को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनके ज्ञापन को शासन को शीघ्र भेजा जाएगा। ग्रामीणों की मांग पर शासन ने जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी से इस पर आख्या मांगी थी। ग्राम प्रधानों की मांग शासन को दोबारा भेजी जाएगी। उसके बाद भी सभी गांवों को दोबारा दादरी ब्लाक में जोड़ा जा सकेगा।

loksabha election banner

दो माह पहले शासन द्वारा गौतमबुद्ध नगर के चारों ब्लाक का परिसीमन किया गया है। दादरी ब्लाक के 18 गांवों को बिसरख में शामिल कर दिया गया था। तभी से दादरी के 18 गांवों के प्रधान व ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। इससे पहले भी ग्राम प्रधानों का एक प्रतिनिधिमंडल भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया के नेतृत्व में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर सभी गांवों को दादरी ब्लाक में वापस लाने की मांग कर चुका है। इस मांग को लेकर रविवार को ग्रामीणों ने दादरी के ऊंचा अमीरपुर गांव में बैठक कर घोषणा की थी यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे और न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात की और सभी 18 गांवों को दादरी ब्लाक में जोड़ने की मांग की। विधायक तेजपाल नागर ने कहा कि ग्रामीणों की बात को मुख्यमंत्री के सामने भी रखा गया है। जैसा ग्रामीण चाहेंगे, उनकी बात को मनवाया जाएगा। इस मौके पर सुरेंद्र खारी, विचित्र तोमर, ठाकुर रविद्र पाल सिंह, लीले सिंह, सिवानंद सिसौदिया आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.