कोरोना संकट के घेरे में जीवनरक्षक
जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना अब जीवन रक्षकों (डाक्टर और फ्रंट लाइन वर्कर) को भी घ्
जागरण संवाददाता, नोएडा :
कोरोना अब जीवन रक्षकों (डाक्टर और फ्रंट लाइन वर्कर) को भी घेरने लगा है। लगातार मरीजों के संपर्क में रहने के कारण वह संक्रमित हो रहे हैं। जिले में अबतक दस से अधिक डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ संक्रमित हो चुका हैं। विभाग ने इसे देखते हुए निजी के साथ ही सरकारी अस्पतालों को निर्देश जारी किए है।
विभागीय अधिकारियों ने अस्पतालों को निर्देश जारी करते हुए वह कोरोना को हल्के में न लें। पूरी एहतियात बरतते रहें। डाक्टरों को सुरक्षित रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक निजी अस्पताल के चार डाक्टर, एक डाक्टर चाइल्ड पीजीआइ का, ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स अस्पताल के पांच डाक्टर और छह छात्र कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से कुछ ने खुद को आइसोलेट कर लिया है जबकि कुछ अस्पताल में भर्ती हैं। फिलहाल इन संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों में ओमिक्रोन वैरिएंट होने अथवा नहीं होने की पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि अगर डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तेजी से संक्रमित हुआ तो जल्द ही जिला समेत दूसरे सरकारी अस्पतालों की ओपीडी को बंद किया जा सकता है। इसके बाद सिर्फ इमरजेंसी में ही मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके साथ ही विभाग की ओर से दस जनवरी से शुरू होने वाले बूस्टर डोज अभियान में तेजी लाई जाएगी। जिससे स्वास्थ्यकर्मियों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को पीपीई किट पहनकर संक्रमितों की जांच के साथ इलाज के निर्देश दिए हैं। कोविड अस्पतालों में तापमान जांच के बाद भी मरीजों को प्रवेश के निर्देश दिए हैं।
-------- (नोट-निम्न आंकड़े को वैक्सीनेशन वाली खबर के साथ लगाए) शनिवार को वैक्सीनेशन का आंकड़ा : सरकारी वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या-102
कुल वैक्सीनेशन हुआ-14,181
प्रथम डोज 15 से 18 आयु-7,785
प्रथम डोज 18 पार आयु-1,750
दूसरी डोज 18 पार आयु-4,646