19 को किसान करेंगे ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण का घेराव
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : कलक्ट्रेट समेत मायचा व बादौली गांव में किसानों का धरना जारी रहा। धरन
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : कलक्ट्रेट समेत मायचा व बादौली गांव में किसानों का धरना जारी रहा। धरना स्थलों पर पूरे दिन पंचायतों का दौर चलता रहा। मायचा गांव में डीएमआइसी (दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर परियोजना) की निर्माणाधीन साइट पर धरने पर बैठे बुजुर्ग प्रताप की मौत पर किसानों ने आक्रोश जताया। किसानों ने मांगे पूरी न होने पर 19 जून को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय का घेराव कर तालाबंदी करने का ऐलान किया है। उल्लेखनीय है कि दस फीसद विकासित भूखंड, आबादी निस्तारण समेत 64.7 फीसद अतिरिक्त मुआवजे की मांग को लेकर कलक्ट्रेट समेत मायचा व बादौली गांव में किसान धरना देकर बैठे है। शनिवार को मायचा गांव निवासी बुजुर्ग प्रताप भी धरना स्थल पर तबीयत बिगड़ गई थी। परिवार के लोगों ने उन्हें नजदीकी अस्पताल भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। किसानों ने धरना स्थल पर महापंचायत बुलाई। जिसमें प्रभावित गांवों के किसान शामिल हुए। किसान की मौत पर संवेदना व्यक्त करने कोई भी प्राधिकरण अथवा प्रशासन का अधिकारी नहीं पहुंचा। जिस पर आक्रोशित किसानों ने 19 जून को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के कार्यालय का घेराव कर तालाबंदी करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बुजुर्ग की मौत प्राधिकरण व प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। धरना स्थल पर बुजुर्ग की मौत पर किसानों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं कलक्ट्रेट पर 22 वें दिन भी भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक बैनर तले किसानों का धरना जारी रहा। वक्ताओं ने कहा कि जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाता धरना जारी रहेगा।
मायचा गांव में हुई किसान की मौत पर भाकियू संगठन के कार्यकर्ताओं ने रोष जताया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसान कड़ी धूप में धरना देकर बैठे है। वहीं अधिकारी किसानों की समस्याओं को दरकिनार कर दफ्तरों से बाहर आने तक की जहमत नहीं उठाते। प्रदर्शनकारियों ने प्राधिकरण के साथ प्रशासनिक अधिकारियों पर किसानों का शोषण किए जाने का आरोप लगाया। कलक्ट्रेट पर धरना देने वालों में बाबा देवीराम, पवन खटाना, सुभाष चौधरी, राजे प्रधान, सुरेंद्र नागर, र¨वद्र भाटी, जोगेंद्र कसाना, सरजीत कसाना बलजीत कसाना, सरदाराम, बिजेंद्र, प्रदीप अंबावत, हरेंद्र बैसोया, अनिल चौधरी, लज्जाराम, बलराज, महेश नागर, महेंद्र मुखिया, सुनील प्रधान समेत अन्य किसान मौजूद रहे।