मास्टर प्लान 2041 में जेवर एयरपोर्ट का बढ़ सकता है दायरा
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण मास्टर प्लान 2041 तैयार कर रहा है। भविष्य
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: यमुना प्राधिकरण मास्टर प्लान 2041 तैयार कर रहा है। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए प्राधिकरण नए मास्टर प्लान में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए और जमीन आरक्षित कर सकता है। एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी जल्द शुरू करने की योजना है।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश में सबसे बड़ा होगा। यहां पांच रनवे बनाए जाएंगे। पहले चरण में दो रनवे तैयार होंगे। एयरपोर्ट के लिए यमुना प्राधिकरण ने पांच हजार हेक्टेयर जमीन आरक्षित कर रखी है। इसमें 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण पहले चरण के लिए हो चुका है। दूसरे चरण में तीन रनवे के लिए करीब साढ़े तीन हजार हेक्टेयर जमीन और अधिगृहीत की जाएगी। इसके बाद आरक्षित पांच हजार हेक्टेयर में काफी कम जमीन शेष बचेगी। जबकि प्रदेश सरकार की योजना जेवर एयरपोर्ट को एशिया में सबसे बड़ा एवं आधुनिक सुविधाओं से युक्त एयरपोर्ट बनाने की है।
एयरपोर्ट विस्तार के लिए भविष्य में और जमीन की जरूरत हो सकती है, इसके मद्देनजर प्राधिकरण मास्टर प्लान 2041 में भी एयरपोर्ट के लिए जमीन आरक्षित करने पर विचार कर रहा है।
एयरपोर्ट की मौजूदा पांच हजार हेक्टेयर जमीन उत्तर दिशा में प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टरों से सटी है। जबकि दक्षिण दिशा में इसकी सीमा खुर्जा पलवल एक्सप्रेस वे तक है। एक्सप्रेस वे के बाद की जमीन प्राधिकरण में अधिसूचित है, लेकिन अभी मास्टर प्लान का हिस्सा नहीं है। इसे 2041 मास्टर प्लान में शामिल करने की योजना है।
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एनसीआर प्लानिग बोर्ड तैयार कर रहा है मास्टर प्लान 2041
एनसीआर प्लानिग बोर्ड मास्टर प्लान 2041 तैयार कर रहा है। इसके तहत एनसीआर में आने वाले प्राधिकरणों से भी मास्टर प्लान 2041 तैयार करने को कहा गया है। ताकि उसे समूचे एनसीआर के मास्टर प्लान में सम्मिलित कर बेहतर तरीके से क्षेत्र का नियोजन किया जा सके। यमुना प्राधिकरण का पहला चरण एनसीआर के तहत आता है।