रोही गांव में एयरपोर्ट की 225 हेक्टेयर जमीन पर प्राधिकरण को दिया कब्जा
जिला प्रशासन ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अधिगृहीत जमीन के सबसे बड़े हिस्से पर बुधवार को यमुना प्राधिकरण को कब्जा सौंपा। रोही गांव में 225 हेक्टेयर जमीन का प्राधिकरण को कब्जा दिया गया। इसके साथ ही बनबारीवास गांव की जमीन पर भी प्राधिकरण को कब्जा दिलाया गया। जिला प्रशासन एयरपोर्ट की 433 हेक्टेयर जमीन प्राधिकरण को सौंप चुका है। जेवर एयरपोर्ट के लिए 1235 हेक्टेयर जमीन में से 433 हेक्टेयर जमीन यमुना प्राधिकरण के
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: जिला प्रशासन ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अधिगृहीत जमीन के सबसे बड़े हिस्से पर बुधवार को यमुना प्राधिकरण को कब्जा सौंपा। रोही गांव में 225 हेक्टेयर जमीन का प्राधिकरण को कब्जा दिया गया। इसके साथ ही बनबारीवास गांव की जमीन पर भी प्राधिकरण को कब्जा दिलाया गया। जिला प्रशासन एयरपोर्ट की 433 हेक्टेयर जमीन प्राधिकरण को सौंप चुका है।
जेवर एयरपोर्ट के लिए 1235 हेक्टेयर जमीन में से 433 हेक्टेयर जमीन यमुना प्राधिकरण के कब्जे में आ चुकी है। 16 अगस्त से जिला प्रशासन ने प्राधिकरण को जमीन पर कब्जा दिलाने की शुरुआत की थी। बुधवार को जिला प्रशासन ने रोही गांव में 225 हेक्टेयर जमीन प्राधिकरण को सौंपी। एडीएम बलराम सिंह, डिप्टी कलेक्टर अभय सिंह ने यमुना प्राधिकरण के ओएसडी नवनीत गोयल को जमीन का कब्जा पत्र सौंपा। इसके अलावा बनबारीवास गांव में भी साढ़े चार हेक्टेयर जमीन पर भी कब्जा दिया गया। रोही गांव में एयरपोर्ट के लिए सबसे अधिक जमीन है। जेवर एयरपोर्ट के लिए रोही गांव की 432.75 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत होनी है। इसमें से 225 हेक्टेयर पर प्राधिकरण को कब्जा मिल चुका है। दयानतपुर गांव में एयरपोर्ट के लिए 395.14 हेक्टेयर जमीन है। इसमें 125 हेक्टेयर जमीन पर प्राधिकरण को शुक्रवार को कब्जा मिल जाएगा। इसी के साथ करीब पचास फीसद जमीन प्राधिकरण के कब्जे में आ जाएगी। जिला प्रशासन का लक्ष्य 31 अगस्त तक एयरपोर्ट की सौ फीसद जमीन का मुआवजा वितरण कर उसे अपने कब्जे में लेना है। जमीन कब्जे में आने से एयरपोर्ट के निर्माण में किसी तरह की अड़चन नहीं बचेगी। एयरपोर्ट के निर्माण एवं संचालन के लिए कंपनी तय होते ही कार्य शुरू हो जाएगा।