स्कूल में दाखिले को लेकर विवाद, थाने में हुआ समझौता
संस जेवर जेवर के एक निजी स्कूल में नौवीं कक्षा की छात्रा के दाखिला को लेकर सोमवार को शिक्षिका व अभिभावकों के बीच विवाद हो गया। शिक्षिका ने अभिभावकों पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए महिला हेल्पलाइन नं. 1090 पर फोन कर दी।
संस, जेवर : जेवर के एक निजी स्कूल में नौवीं कक्षा की छात्रा के दाखिला को लेकर सोमवार को शिक्षिका व अभिभावकों के बीच विवाद हो गया। शिक्षिका ने अभिभावकों पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए महिला हेल्पलाइन नं. 1090 पर फोन कर दी। पुलिस ने स्कूल पहुंचकर अभिभावक व उनके साथ आए लोगों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उनके पक्ष में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कई कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए। तीन घंटे बाद दोनों पक्षों में समझौता होने पर उन सबको रिहा किया गया। अभिभावकों ने स्कूल संचालक पर दाखिले के नाम पर शोषण करने का आरोप लगाया है।
जेवर के चौरोली रोड निवासी बृजेश शर्मा ने बताया कि उनकी पुत्री ने निजी स्कूल में कक्षा नौ में दाखिले के लिए टेस्ट दिया था। पहली बार फेल होने पर छात्रा का स्कूल ने दोबारा टेस्ट कराया। इसमें वह सफल रही। सोमवार सुबह बृजेश शर्मा के छोटे भाई छात्रा का दाखिला कराने के लिए स्कूल पहुंचे थे। आरोप है कि स्कूल की शिक्षिका ने डे बोर्डिंग में दाखिले का दबाव बनाया। अभिभावक ने इसपर आने वाले खर्च को वहन करने में असमर्थता जताते हुए दाखिले से इन्कार कर दिया और सामान्य कक्षा में ही दाखिले की मांग की। निराश होकर वह घर पहुंचे और भाई को स्कूल के रवैये से अवगत कराया। एबीवीपी के पांच कार्यकर्ताओं के साथ छात्रा के पिता बृजेश शर्मा स्कूल पहुंचे। उन्होंने अपने मोबाइल में शिक्षिका की बातों को रिकार्ड करना शुरू किया। शिक्षिका ने इसका विरोध किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ता समेत छात्रा के अभिभावक को हिरासत में ले लिया। सूचना पर एबीवीपी के कई अन्य कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने स्कूल संचालक पर शोषण करने का आरोप लगाया। स्कूल की प्रधानाचार्या के साथ कई शिक्षिकाएं भी कोतवाली पहुंचीं। उन्होंने अभिभावकों पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक उमेश बहादुर सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी समझौता के बाद हिरासत में लिए गए सभी लोगों को छोड़ दिया गया है।