अंतरराष्ट्रीय योग सप्ताह : ऊर्जा का संचार करता है योग
जासं ग्रेटर नोएडा वैश्विक महामारी कोरोना ने दुनिया भर में एक बार फिर से योग व आयुर्वेद की महत्ता को साबित किया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुर्वेद के नुस्खों को फायदेमंद बताया जा रहा है। अस्पताल में एलोपैथी के साथ-साथ मरीजों को काढ़ा भी दिया जा रहा है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं स्वस्थ रहने के लिए लोग योग का सहारा ले रहे हैं। भारतीय संस्कृति में शामिल योग लोगों की दिनचर्या का अभिन्न अंग है।
जासं, ग्रेटर नोएडा : वैश्विक महामारी कोरोना ने दुनिया भर में एक बार फिर से योग व आयुर्वेद की महत्ता को साबित किया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुर्वेद के नुस्खों को फायदेमंद बताया जा रहा है। अस्पताल में एलोपैथी के साथ-साथ मरीजों को काढ़ा भी दिया जा रहा है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं स्वस्थ रहने के लिए लोग योग का सहारा ले रहे हैं। भारतीय संस्कृति में शामिल योग लोगों की दिनचर्या का अभिन्न अंग है।
ग्रेटर नोएडा के बीटा दो सेक्टर में रहने वाले विकास वर्मा भी कई वर्षो से योग से जुड़े हैं। पेट की बीमारी के उपचार के लिए उन्होंने योग की शरण ली थी। इसके बाद वह भारतीय योग संस्थान से जुड़कर प्रशिक्षक बन गए। वह प्रतिदिन लोगों को योग का अभ्यास कराते हैं। इसमें बुजुर्गो की संख्या अधिक है। जो शारीरिक बीमारियों से निजात पाने के लिए योग को अपना चुके हैं।
सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी आदि योग आसान से उन्हें काफी फायदा पहुंचा है। विकास वर्मा बताते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग काफी कारगर है। नियमित योगाभ्यास व पोषक आहार लेकर बीमारियों से बचा जा सकता है।
शरीर रोगों से दूर और ऊर्जा से भरपूर रहता है। योग शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। किसी भी उम्र का व्यक्ति योग कर सकता है। अलग-अलग बीमारी के लिए अलग आसन हैं। जिसके अभ्यास से बीमारी नियंत्रण में आ जाती है और नियमित अभ्यास से इससे छुटकारा मिल जाता है। कोरोना वैश्विक महामारी से भी बचाव में योग फायदेमंद है। प्राणायाम व अनुलोम-विलोम से श्वसन तंत्र को मजबूत किया जा सकता है। अधिक उम्र के लोगों को योग का अभ्यास प्रशिक्षक की देखरेख में करना चाहिए।