अवैध टेलीकॉम सैटअप से अंतरराष्ट्रीय काल किये जा रहे थे ट्रांसफर, एक गिरफ्तार
जागरण संवाददाता नोएडा अवैध टेलीकॉम सैटअप के जरिए वैध टेलीफोन कॉल गेटवे को दरकिन
जागरण संवाददाता, नोएडा :
अवैध टेलीकॉम सैटअप के जरिए वैध टेलीफोन कॉल गेटवे को दरकिनार कर भारतीय नंबरों पर अंतरराष्ट्रीय वॉयस काल ट्रांसफर कर दूरसंचार विभाग को नुकसान पहुंचाया जा रहा था। दूरसंचार विभाग से मिले इनपुट के आधार पर सेक्टर 2 व सेक्टर 8 में छापेमारी कर कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने एक शातिर को गिरफ्तार किया है।
आरोपित सुमित कुमार मूलरूप से बांदा का रहने वाला है व यहां दिल्ली के लक्ष्मीनगर में रहता है। पुलिस ने मौके से 2 लैपटॉप, 2 एसआइपी सर्वर, 2 अन्य सर्वर, 4 सीपीयू, 4 राउटर, 6 स्विच, 1 एसआइपी ट्रंक डिवाइस, 12 वीओआइपी डायलर, 1 लैंडलाइन फोन, 2 स्पैक्ट्रा नैट डिवाईस सहित अन्य सामान बरामद किया है।
कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस के अनुसार दूर संचार विभाग से पुलिस को इनपुट मिला कि सेक्टर 2 व सेक्टर 8 के दो अलग-अलग बिल्डिग में सुमित कुमार नामक व्यक्ति द्वारा अवैध टेलीकॉम सैटअप बना अपने सिस्टम के माध्यम से वैध टेलीफोन कॉल गेटवे को दरकिनार कर भारतीय टेलीफोन नंबरों पर अन्तरराष्ट्रीय वॉयस काल को स्थानान्तरित कर अवैध रूप से लाभ प्राप्त किया जा रहा है। आरोपित द्वारा किये जा रहे इस प्रकार के फर्जीवाड़े से दूरसंचार विभाग एवं भारत सरकार को भारी आर्थिक क्षति पहुंच रही है। आरोपित के द्वारा प्रयोग किये जा रहे अवैध टेलीकॉम सैटअप से राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है। सूचना पर भारत दूरसंचार विभाग व कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने दोनों ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान वहां मौजूद लोगों से बातचीत व छानबीन के बाद आरोपित सुमित कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है व मौके से इस फर्जीवाड़े में प्रयुक्त हो रहे सामान को बरामद किया। इस मामले में कोतवाली सेक्टर 20 में धोखाधड़ी, भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। करीब छह माह पहले तैयार किया था अवैध सैटअप
डीसीपी संकल्प शर्मा का कहना है कि अब तक की जांच से पता लगा है कि आरोपित ने करीब छह माह पहले अवैध तरीके से यह सैटअप तैयार किया था। लॉकडाउन के दौरान इसे बंद करना पड़ा था। पिछले कुछ माह से आरोपित ने फिर शुरू कर दिया था। अब तक की छानबीन में एक ही आरोपित द्वारा फर्जीवाड़े में भूमिका मिली है व उसे गिरफ्तार किया गया है। अन्य कॉल सेंटरो से यह अलग तरीके से फर्जीवाड़ा चल रहा था। डीसीपी ने कहा कि इस प्रकरण की गंभीरता से जांच चल रही है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।