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हाइवे साथी का होगा साथ, यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर की बनेगी बात

ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर के लिए हाइवे साथी एप मोबाइल फोन में होना जरूरी होगा। दोनों ओर जीरो प्वाइंट पर इसकी जांच के बाद ही एक्सप्रेस-वे पर सफर की अनुमति मिलेगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 08:31 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 08:31 PM (IST)
हाइवे साथी का होगा साथ, यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर की बनेगी बात
हाइवे साथी का होगा साथ, यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर की बनेगी बात

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर के लिए हाइवे साथी एप मोबाइल फोन में होना जरूरी होगा। दोनों ओर जीरो प्वाइंट पर इसकी जांच के बाद ही एक्सप्रेस-वे पर सफर की अनुमति मिलेगी। गति सीमा का उल्लंघन होने पर एप चालक को सचेत करेगा। एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने और वाहन चालकों में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्राधिकरण एप अनिवार्य करने जा रहा है।

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यमुना एक्सप्रेस-वे के लिए हाइवे साथी एप विकसित हुआ था। इस एप में एक्सप्रेस-वे से जुड़ी सभी सुविधाएं हैं, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो रहा है। एप की अनिवार्यता का मकसद लोगों को एप के जरिये जागरूक करना है। साथ ही जरूरत पर एक्सप्रेस-वे पर मौजूद सुविधाओं की जानकारी तुरंत देना है। हादसा होने पर कोई भी यह जान सकेगा कि उसके सबसे नजदीक एंबुलेंस, क्रेन, एक्सप्रेस-वे व पुलिस पेट्रोलिग वाहन कहां मौजूद है। कंट्रोल रूम, चिकित्सा सेवा कितनी दूर है। पेट्रोल पंप, जनसुविधाएं कहां हैं। वहीं रास्ता में कहीं हादसा होने, जाम, मौसम, कोहरे की जानकारी भी एप से मिलेगी। वाहन की गति निर्धारित से अधिक होने, शीट बेल्ट लगाने, हेलमेट पहनने के बारे में भी एप से चालक को सचेत किया जाएगा। बॉक्स..

एक फरवरी से लागू होगा फास्टैग

यमुना एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग लागू करने की तैयारी लगभग पूरी है। एक फरवरी से फास्टैग लागू हो जाएगा। फास्टैग लेन में अन्य वाहन न जा सकें, इसे रोकने को सेंसर लगाने का सुझाव यमुना प्राधिकरण ने दिया है। निश्चित दूरी से वाहन में फास्टैग होने या न होने की सेंसर से जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी। बिना फास्टैग वाहनों को उस लेन में प्रवेश करने से रोका जा सकेगा। ऐसे वाहनों को उस लेने में भेजा जाएगा, जो बिना फस्टैग वाहनों के लिए होगी। वर्जन..

यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर के लिए हाइवे साथी एप अनिवार्य होगा। जीरो प्वाइंट पर इसकी जांच के बाद ही वाहन एक्सप्रेस-वे पर जा सकेंगे। जरूरत पर हाइवे साथी एप चालकों के लिए काफी मददगार होगा। इससे चालकों को जागरूक भी किया जाएगा।

-डॉ.अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण


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