उपकरणों की मरम्मत निवासियों को पड़ी भारी, फ्लैट में भरा पानी
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में दमकल विभाग इन दिनों अि
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में दमकल विभाग इन दिनों अग्निशमन उपकरणों की जांच करने में लगा है। विभाग ने करीब 24 सोसायटियों में अग्निशमन उपकरणों की जांच के लिए तिथि निर्धारित की है। विभाग की जांच से पहले आनन-फानन में रखरखाव प्रबंधन ने अग्निशमन उपकरणों की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है। उपकरणों की मरम्मत निवासियों को भारी पड़ रही है। ताजा मामला ग्रेनो वेस्ट की एश्वर्यम सोसायटी का है। जहां दमकल विभाग का 16 सितंबर को आडिट होना है। निवासियों ने बताया कि दमकल विभाग के आडिट से पहले रखरखाव प्रबंधन अग्निशमन उपकरणों के मरम्मत कार्य में जुटा है। सोसायटी में लगे अग्निशमन उपकरण चालू हालत में हैं अथवा नहीं, इसकी जांच की जा रही है। आरोप लगाया कि जांच के दौरान सोसायटी के ए व बी टावर में रखरखाव प्रबंधन के कर्मचारी फायर पाइपलाइन खोल कर जांच कर रहे थे। स्प्रिंकलर सिस्टम चालू होने से 12 से अधिक फ्लैटों में ऊपर से पानी की बौछार शुरू हो गई। फ्लैटों में रखा सारा सामान भीग गया। निवासियों ने लाखों रुपये के सामान का नुकसान होने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई है। सोसायटी निवासी व एओए सचिव दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि बुधवार को टावर ए व बृहस्पतिवार को टावर बी में अग्निशमन उपकरणों की स्थिति जांची गई। फायर पाइप लाइन खुलने से स्प्रिंकलर चालू हो गए। निवासियों ने इंटरनेट मीडिया पर नाराजगी जताते हुए बिल्डर की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। निवासियों ने बताया कि सोसायटी में पांच टावर हैं, जिसमें 438 फ्लैट हैं। करीब साढ़े तीन सौ फ्लैट में लोग रह रहे हैं। कई फ्लैटों में लोग कोरोना की वजह से अपने गांव चले गए हैं। उन फ्लैटों में भी पानी भर गया है। आडिट के डर से आनन-फानन में उपाय किये जा रहे हैं, जिससे फ्लैटों में पानी की बौछार हो रही है। फ्लैट मालिकों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। पिछले तीन साल से बिल्डर सोया हुआ था। -अग्निशमन उपकरणों की स्थिति परखी जा रही है, जिसकी वजह से महज दो फ्लैट में स्प्रिंकलर चालू हो गए थे। किसी भी फ्लैट में पानी नहीं भरा है। कर्मचारियों ने तत्काल पाइपलाइन बंद कर दी थी।
-आनंद शर्मा, रखरखाव प्रबंधक एश्वर्यम सोसायटी