खाकी के खाद पानी से तैयार हुआ गैंगस्टर का वट वृक्ष
प्रवीण विक्रम सिंह ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर के गैंगस्टर सुंदर भाटी सहदेव अनिल भाटी सि
प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध नगर के गैंगस्टर सुंदर भाटी, सहदेव, अनिल भाटी, सिघराज, अनिल दुजाना, रणदीप भाटी, कुलवीर भाटी, अंकित गुर्जर, अमित कसाना एक दिन में बदमाश नहीं बने बल्कि पुलिस विभाग के भेदियों ने बदमाशों को आगे बढ़ने में सहयोग किया। खाकी से मिलने वाले खाद पानी के चलते ही जिले में गैंगस्टर का वट वृक्ष तैयार हुआ। यही कारण है कि दिसंबर 2019 में एक साथ 128 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई जो कि तीन अलग-अलग गिरोह के हैं। अब सभी गैंगस्टर की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत शुरू की गई है। पहली बार शुरू हुई कमर तोड़ कार्रवाई से बदमाशों के गिरोह में खलबली मच गई है। बदमाशों के पैरोकार शनिवार से ही सक्रिय हो गए हैं और जानने का प्रयास कर रहे हैं कि आगे और क्या क्या होगा?
दरअसल, गौतमबुद्ध नगर के तीन गांव दुजाना, घंघौला व रिठौरी में पुलिस ने बीते एक दशक में कई बार दबिश दी लेकिन अस्सी फीसद बार पुलिस के भेदियों ने बदमाशों को पकड़ने की योजना पर पानी फेर दिया। सुंदर भाटी गिरोह की मदद करने के आरोप में गौतमबुद्ध नगर में तैनात रहे सिपाही सतवीर को बर्खास्त किया गया। सतवीर पर तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी। इसके अलावा साढ़े तीन साल पहले कुख्यात अंकित गुर्जर को कस्टडी से भगाने में पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध मिली थी। पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी। ऐसे कई और मामले हैं, जिनमें पुलिसकर्मियों ने ही गैंगस्टर का वट वृक्ष तैयार करने में उनका सहयोग किया। दिल्ली पुलिस के सिपाही को आठ महीने पहले एसटीएफ ने सुंदर भाटी गिरोह के बदमाशों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। पुलिस-बदमाशों के इस गठजोड़ को तोड़ने के लिए अब बदमाशों की आर्थिक रूप से कमर तोड़नी शुरू कर दी गई है।
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लिस्ट में शामिल है जिले के कई अन्य बदमाश
यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड गैंगस्टर सूची में गौतमबुद्ध नगर के बदमाश सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, अनिल भाटी सहित कई अन्य बदमाश शामिल हैं। बदमाशों के सहयोगी की भी संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मोस्ट वांटेड में से अधिकतर बदमाश जेल में बंद हैं। यदि आने वाले दिनों में भी ऐसी ही कार्रवाई लगातार देखने को मिली तो जल्द ही पुलिस के भेदिये भी सलाखों के पीछे नजर आएंगे।
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रिठौरी में दबिश के दौरान जमा किए गए थे पुलिसकर्मियों के मोबाइल
वर्ष 2018 में हुई कुख्यात कुलवीर भाटी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रिठौरी गांव में दबिश दी थी। सूचना लीक होने के डर के चलते टीम में शामिल सभी तीस पुलिसकर्मियों के मोबाइल जमा करा लिए थे। गांव में दाखिल होने के बाद सभी पुलिसकर्मियों को मोबाइल वापस दिए गए थे। टीम की कमान तत्कालीन एसपी देहात व वर्तमान में एसपी औरैया सुनीति ने संभाली थी।
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मुकदमे दर्ज कर की गई है कार्रवाई
बदमाशों का सहयोग करने के मामले में तत्कालीन कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर केके राणा के खिलाफ जारचा कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप लगा था कि इंस्पेक्टर ने कोर्ट में सीए दाखिल करने के दौरान बदमाश की क्रिमिनल हिस्ट्री पेश नहीं की थी।