भारत में पहली बार एक ही फिल्म में नजर आएंगे 70 फीसद दृष्टिहीन कलाकार
जागरण विशेष फोटो- 22- एनओबी- 5 6 पारुल रांझा नोएडा भारत में पहली बार एक ह
जागरण विशेष :
फोटो- 22- एनओबी- 5, 6 पारुल रांझा, नोएडा :
भारत में पहली बार एक ही फिल्म में 70 फीसद दृष्टिहीन कलाकार नजर आएंगे। फीचर फिल्म 'दृ²ष्टांत' सेक्टर-16 मारवाह स्टूडियो के छात्र रह चुके अभिजीत जंजाल के निर्देशन में बनाई गई है। प्रोडक्शन नोएडा के तन्मय तैलंग, हर्षवर्धन व त्रिपुर सिंह ने की है। फिल्म में न केवल अभिनेता, बल्कि गायक, संगीतकार और डबिग कलाकार भी ²ष्टिहीन ही होंगे। 2021 दिसंबर में फिल्म सिनेमा हाल में रिलीज की जाएगी। फिल्म का उद्देश्य लोगों को उनके आसपास की दुनिया के लिए अपनी आंखें खोलना है, जो अंग दान की थीम के बारे में भी बताता है। फिल्म मुख्य अभिनेता अंजिक्या के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें अभिनेता हेमेंद्र ने अभिनय किया है। इसमें बबीता, रतन और गजानंद जैसे कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। --
कैमरा फेस करना था टास्क फिल्म में लीड रोल निभाने वाले 25 वर्षीय अभिनेता हेमेंद्र मूल रूप से वाराणसी के हैं। अंधाधुंध फिल्म में आयुष्मान खुराना को सिखाया कि दृष्टिहीन असल जिदगी कैसे व्यतीत करते हैं। 17 वर्ष की उम्र में ऑप्टिक न्युरैटिस बीमारी होने से उन्हें अपनी आंखें गंवानी पड़ी। वह बताते हैं कि इस असहनीय घटना के बाद कई बार सुसाइड करने की सोची। परिवार के सहयोग से दृष्टिहीन लोगों के लिए कार्य कर रही संस्था से जुड़े, जहां ²ष्टिहीन बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। दृष्टांत फिल्म में शूटिग के दौरान कैमरा फेस करने में थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन हमसे केवल एक्ट व भावनाओं पर ध्यान रखने के लिए कहा गया था। कैमरामेन स्वयं एंगल लेने की मशक्कत करते थे। यकीन है कि फिल्म लोगों के दृष्टिकोण को बदल देगी।
---- फिल्म बनाने में आई कई चुनौतियां फिल्म निर्देशक अभिजीत जंजाल ने बताया कि करीब 10 वर्ष पहले फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार की थी। उन्हें विचार आया कि इन भूमिकाओं को निभाने के लिए क्यों न दृष्टिहीन अभिनेताओं का उपयोग किया जाए। संस्थाओं व लोगों से संपर्क कर विभिन्न राज्यों से दृष्टिहीन लोगों के आनलाइन आडिशन लिए, जिसमें 12 कलाकारों को चुना। पांच वर्ष एक्टिग का प्रशिक्षण देने के बाद शूटिग शुरू हुई। सबसे चुनौतीपूर्ण समुद्र में शूट करना था। दृष्टिहीन कलाकारों की जान को काफी जोखिम था। सभी की जगह सर्कल के जरिये सुनिश्चित कर उसके अंदर रहने को कहा गया था। कलाकारों को उदासी, गंभीरता, क्रोध आदि एक्सप्रेशन सिखाने की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ी। समुद्र में शूट की गई वीडियो में आवाज क्लियर न होने के कारण बाद में उसी अंदाज में डब करना चुनौतीपूर्ण था। छह माह की मेहनत के बाद दृष्टिहीन कलाकारों ने डबिग कर दी। पोलेरॉइड मीडिया के तन्मय व हर्षवर्धन ने बताया कि मराठी में बनाई गई फिल्म के सबटाइटल अंग्रेजी में भी दिखाए जाएंगे। जल्द हिदी व अंग्रेजी में भी डब किया जाएगा। इसकी शूटिग फरवरी, 2020 में पूरी होने के बाद कोरोना के चलते पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य रुक गया था, जिसे वर्ष 2021 में शुरू किया गया। अब फिल्म बनकर तैयार है।