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मेडिकल छात्र का अपहरण कर 80 लाख की फिरौती मांगने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा गोंडा से मेडिकल छात्र निखिल हलदार का अपहरण कर 80 लाख

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 08:17 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 08:17 PM (IST)
मेडिकल छात्र का अपहरण कर 80 लाख की फिरौती मांगने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार
मेडिकल छात्र का अपहरण कर 80 लाख की फिरौती मांगने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा:

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गोंडा से मेडिकल छात्र निखिल हलदार का अपहरण कर 80 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले पांच बदमाशों को उत्तर प्रदेश एसटीएफ व गोंडा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के बाद यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट से गिरफ्तार किया। बदमाशों के कब्जे से अपहृत छात्र निखिल को सकुशल बरामद कर लिया। अपहरण की साजिश दिल्ली के डाक्टर अभिषेक सिंह ने रची थी। एसटीएफ ने बदमाशों के पास से पिस्टल, कार, नशे का इंजेक्शन सहित अन्य चीजें बरामद की हैं। एसटीएफ व गोंडा पुलिस को दो लाख रुपये पुरस्कार की घोषणा की गई है। एसपी गोंडा शैलेश कुमार पांडे ने प्रेसवार्ता कर घटना की जानकारी दी।

शैलेश पांडे ने बताया कि निखिल मूलरूप से बहराइच की सतसंग नगर कालोनी काशीजोत थाना प्रयागपुर के रहने वाले हैं। वह गोंडा में एसपीपीएम कालेज से बीएएमएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उनके पिता नील रतन अपने गांव में ही चिकित्सक हैं। मुख्य साजिशकर्ता अभिषेक सिंह दिल्ली के नजफगढ़ नांगलोई में स्थित राठी अस्पताल में डाक्टर है। वहीं पर प्रीति मेहरा भी डाक्टर है। दोनों दीपावली से पैसा कमाने की योजना बना रहे थे। एसएसपी एसटीएफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश कुलदीप यादव ने बताया कि अभिषेक के बुआ की शादी सतसंग नगर कालोनी बहराइच में हुई है। बुआ के लड़के रोहित के साथ मिलकर अपहरण कर पैसे कमाने की योजना बनाई गई। रोहित ने बताया था कि निखिल के पिता पैसे वाले हैं। निखिल को लड़की के प्रेमजाल में फंसाकर अपहरण की योजना बनाई गई। अभिषेक ने प्रीति मेहरा से निखिल को फोन कराया। तीन-चार दिनों के दौरान ही निखिल उसके प्यार में फंस गया। प्रीति ने निखिल से मिलने के लिए कहा। निखिल ने अपने कालेज के बाहर ही लड़की को मुलाकात के लिए बुलाया। अभिषेक ने योजना में अपने दो अन्य साथियों नीतेश व मोहित को भी शामिल कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ राजकुमार मिश्रा ने बताया कि 18 जनवरी को अभिषेक की स्विफ्ट कार से रोहित, मोहित, नीतेश व प्रीति लखनऊ पहुंचे। यहां कार से उतरकर रोहित बस से गोरखपुर चला गया। चारों लोग निखिल के कालेज के बाहर पहुंचे। प्रीति ने एक राहगीर के मोबाइल नंबर से निखिल को फोन कर बताया कि वह कालेज के बाहर गाड़ी में उसका इंतजार कर रही है। जैसे ही निखिल आया चारों ने उसे कार में बंधक बना लिया। अभिषेक ने उसे नशे का इंजेक्शन लगा दिया। चारों उसे लेकर दिल्ली में अभिषेक के फ्लैट बक्करवाला डीडीए पहुंचे और बंधक बनाकर रखा। आरोपित फिरौती की रकम लेने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते लखनऊ जा रहे थे। तभी उन्हें दबोच लिया गया। घटना के पर्दाफाश में एसटीएफ के इंस्पेक्टर राकेश सिंह ने अहम भूमिका निभाई।

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दस लाख बढ़ा दी फिरौती की रकम

छात्र का अपहरण करने के अगले दिन रोहित ने फिरौती के लिए निखिल के पिता को फोन किया। फोन करने के बाद सिम तोड़कर फेंक दिया। धमकी दी थी यदि दो दिन में पैसा नहीं मिला तो लड़के की हत्या कर देंगे। इससे परिवार के लोग सहम गए। एक दिन बाद नए नंबर से फोन कर पैसों के बारे में परिवार के लोगों से पूछा। परिवार के लोगों ने मिन्नत करते हुए कहा कि बेटे के साथ कुछ न करें और इतने पैसे उनके पास नहीं है। बदमाशों ने रकम बढ़ा कर अस्सी लाख रुपये कर दी थी। बदमाश बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे थे। फिरौती की रकम लेने के लिए छात्र को कार से लेकर लखनऊ जाते समय एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए।

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होश आते ही लगा देते थे इंजेक्शन

बंधन बनाकर रखने के दौरान जैसे ही निखिल को होश आता था। अभिषेक उसे नशे का इंजेक्शन दे देता था। एसटीएफ ने अभिषेक, नीतेश व मोहित को गिरफ्तार किया, जबकि गोंडा पुलिस ने रोहित व सतीश को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला है कि नीतेश पूर्व में फर्जी काल सेंटर चला कर फर्जीवाड़ा करने के मामले में जेल जा चुका है। उसी ने अपहरण के लिए फेक आइडी पर सिम उपलब्ध कराया था।


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