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बिल्डर प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में एफआइआर

शुभकामना बिल्डर के प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर 10 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में सेक्टर 51 निवासी डा. राजीव रंजन की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर 49 पुलिस ने पीयूष तिवारी शरद सूरी व एक अन्य महिला के खिलाफ एफआइआर की है। एसएसपी के आदेश पर यह एफआइआर दर्ज की गई है। डा. राजीव रंजन की तरफ से की गई शिकायत के अनुसार सेक्टर 93बी में रहने वाले उनके परिचित पीयूष तिवारी जनवरी 2012 में उनके घर आए थे व बताया कि शुभकामना बिल्डटेक में डायरेक्टर के रूप में ज्वाइन किया है। बिल्डर कंपनी नए प्रोजेक्ट लांच करने वाली है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 07:32 PM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 06:13 AM (IST)
बिल्डर प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में एफआइआर
बिल्डर प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में एफआइआर

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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शुभकामना बिल्डर के प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर 10 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में सेक्टर 51 निवासी डा. राजीव रंजन की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर 49 पुलिस ने पीयूष तिवारी, शरद सूरी व एक अन्य महिला के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। एसएसपी के आदेश पर यह एफआइआर दर्ज की गई है। डा. राजीव रंजन की तरफ से की गई शिकायत के अनुसार सेक्टर 93बी में रहने वाले उनके परिचित पीयूष तिवारी जनवरी 2012 में उनके घर आए थे व बताया कि शुभकामना बिल्डटेक में डायरेक्टर के रूप में ज्वाइन किया है। बिल्डर कंपनी नए प्रोजेक्ट लांच करने वाली है। इसमें धनराशि निवेश करें तो लाभ होगा। शिकायत के अनुसार अक्टूबर 2012 में पीयूष ने उन्हें शरद सूरी नाम के व्यक्ति से सेक्टर 47 में मिलवाया था। आरोप है कि उस दौरान झांसा दिया गया कि निवेश करने पर काफी लाभ मिलेगा। निवेश के बदले प्रति माह धनराशि देने की बात भी कही गई। इसके बाद उन्होंने दिसंबर 2012 से लेकर सितंबर 2013 के बीच 10 करोड़ 28 लाख रुपये विभिन्न माध्यम से निवेश कर दिया। इसके एवज में ग्रेटर नोएडा के प्रोजेक्ट में बीस फ्लैट इनके नाम से आवंटित किए गए। आरोप है कि वह फ्लैट पहले ही दूसरे को आवंटित कर दिए गए थे। इसके बाद डा. राजीव रंजन को शक हुआ तो अपना पैसे मांगने लगे। दूसरी तरफ से टालमटोल किया जाना लगा। शिकायत के अनुसार वर्ष 2019 में उन्हें 4 करोड़ का चेक दिया गया लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। इसके बाद कई महीनों तक डा. राजीव का संपर्क पीयूष, शरद आदि से नहीं हो पाया। आरोप है कि जब पैसे मांगने के लिए फोन किया तो जान से मारने की धमकी दी गई। एसओ कोतवाली सेक्टर 49 धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि एसएसपी के आदेश पर करोड़ो की धोखाधड़ी के मामले में पीयूष तिवारी, शरद सूरी व एक अन्य महिला के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।


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