भरत की धरती पर चमकेंगे फिल्मी सितारे
धर्मेंद्र चंदेल ग्रेटर नोएडा गंगा-यमुना के बीच बसा उत्तर प्रदेश का जेवर क्षेत्र भारतीय संस्कृि
धर्मेंद्र चंदेल, ग्रेटर नोएडा : गंगा-यमुना के बीच बसा उत्तर प्रदेश का जेवर क्षेत्र भारतीय संस्कृति, सभ्यता और समृद्ध परंपरा का महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है। 1990 में नोएडा में फिल्म सिटी का सपना देखा गया था, लेकिन यह राजनीतिक कारणों से साकार नहीं हो सका। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब इसे मूर्त रूप देने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी के साहसिक फैसले से भरत की धरती पर कला के उन सितारों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा, जो मुंबई की मायानगरी में जाकर खो जाते हैं। मुंबई की फिल्मी दुनिया में 85 फीसद तकनीशियन उत्तर प्रदेश के निवासी है। अब इन लोगों को अपने गृह राज्य में रोजगार मिल सकेगा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, जेवर व यमुना सिटी की पहचान देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर बनेगी।
भारत का नाम शकुंतला के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा। गंगा-यमुना के बीच के हस्तिनापुर क्षेत्र को भारत की आत्मा कहा जाता है। इसका पौराणिक, ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली फिल्म सिटी में इसको दर्शाया जाएगा। मुंबई में बनने वाली अधिकांश फिल्मी हिदी भाषी होती है। उत्तर प्रदेश को हिदी भाषी राज्यों की आत्मा कहा जाता है, लेकिन यहां कोई फिल्म सिटी नहीं है। 1990 में यहां फिल्म सिटी बनने का सपना देखा गया, लेकिन उसे साकार नहीं किया गया। अब हिदी भाषी राज्यों का सपना पूरा होगा। इन राज्यों के कला के सितारों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा। फिल्म सिटी की विशेषता
- मथुरा -वृंदावन से 60 व आगरा से 100 किमी की दूरी पर होगी फिल्म सिटी
- जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का समीप होना
- रेल, सड़क मार्ग से हर तरफ से जुड़ा है यमुना सिटी का यह क्षेत्र
- दिल्ली से मात्र एक घंटे का रास्ता