मांगों के समर्थन में प्राधिकरण गेट पर किसानों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : दस फीसद भूखंड देने, आबादी की बैकलीज करने, गांवों में विकास कार्य
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
दस फीसद भूखंड देने, आबादी की बैकलीज करने, गांवों में विकास कार्य कराने सहित किसानों की अन्य मांगों के समर्थन में किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में विभिन्न गांवों के किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। किसानों ने प्राधिकरण अधिकारियों पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया। चेतावनी दी मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने प्राधिकरण गेट के बाहर ही धरना शुरू कर दिया।
घेराव के लिए किसान पिछले कई दिनों से गांव-गांव में संपर्क कर रहे थे। किसानों ने 26 दिसंबर को घेराव की रणनीति बनाई थी। योजना के तहत बड़ी संख्या में विभिन्न गांवों के किसान ट्रैक्टर ट्राली, भैसा बुग्गी में सवार होकर प्राधिकरण गेट पर पहुंच गए। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने प्राधिकरण गेट पर पहले से तैयारी की थी। जगह-जगह बैरीके¨टग लगाई थी। बैरीके¨टग तोड़कर किसान प्राधिकरण के मुख्य गेट के अंदर घुस गए। बाद में पुलिस ने उन्हें बाहर किया। किसानों से वार्ता के लिए एसीईओ बाल कृष्ण त्रिपाठी आए लेकिन वार्ता असफल हो गई। बाद में किसानों ने वहीं पर अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा कर दी। इस अवसर पर राजेंद्र प्रधान ने कहा कि प्राधिकरण अधिकारी वादाखिलाफी करते हैं। पूर्व में किसानों व प्राधिकरण के बीच विभिन्न मुद्दों पर समझौता हुआ था। लेकिन प्राधिकरण ने किसी भी समझौते का पालन नहीं किया है। अपना हक पाने के लिए किसान प्राधिकरण का चक्कर लगाने को विवश हैं। बिजेंद्र प्रधान ने कहा प्राधिकरण के द्वारा विभिन्न प्रकार की पेनाल्टी लगा किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिन किसानों ने बिना नक्शा पास कराए मकान बना लिया उन पर पेनाल्टी लगाई जा रही है। जिन किसानों की जमीन खाली पड़ी है उस पर भी पेनाल्टी लगाई जा रही है। इसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। किसान सुंदर टाइगर ने कहा कि विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है। खेड़ी भनौता गांव में पिछले कई माह से एक भी विकास कार्य नहीं हुआ है। समिति के प्रवक्ता मनवीर भाटी ने कहा कि प्राधिकरण यह कहता है कि 10 फीसद का भूखंड उन्हीं किसानों को मिलेगा जो न्यायालय गए हैं। यह बिल्कुल गलत है। मांग की कि उन किसानों को भी दस फीसद का भूखंड मिलना चाहिए जो न्यायालय नहीं गए हैं। साथ ही मांग की कि किसानों के प्लाट उन्हीं के गांव में लगाए जाएं। इस अवसर पर सूबेदार रमेश रावल, अजयपाल प्रधान, प्रमोद मुखिया, ओमवीर, राजवीर, रामे प्रधान, प्रमोद मुखिया, रामे प्रधान, रामवीर प्रधान, प्रदीप यादव, नवीन, ओमप्रकाश गांधी, बाबा मुंशी, वीर ¨सह, रवि प्रधान, रोहित भाटी, सूले भाटी, जय यादव, पप्पू प्रधान, अमोद भाटी, जय भगवान, धीर ¨सह सहित अन्य लोग मौजूद थे।