उद्यमियों ने स्टेट जीएसटी की कार्य प्रणाली पर लगाया सवालिया निशान
राज्य वस्तु एवं सेवाकर (एसजीएसटी) के विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) के अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर नोएडा के उद्यमियों ने सवालिया निशान लगा दिया है। औद्योगिक सेक्टर फेस टू स्थित औद्योगिक संगठन नोएडा इंडस्ट्रियल वेलफेयर एसोसिएशन (नीवा) के माध्यम से आरोप लगाते हुए स्टेट जीएसटी अपर आयुक्त ग्रेड टू सहित आयुक्त व्यापार कर, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, मुख्यमंत्री के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि ई-वे बिल (भाग दो) भरने के दौरान मामलूी गलती पर अधिकारियों की ओर से उद्यमियों और व्यापारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिस पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगाया जाए। स्टेट जीएसटी अपर आयुक्त ग्रेड टू धर्मेंद ¨सह का कहना है कि एक्ट विरूद्ध कार्य होने पर कार्रवाई का प्रावधान जीएसटी में है। सभी कार्रवाई नियमानुसर ऑन लाइन की जा रही है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
राज्य वस्तु एवं सेवाकर (एसजीएसटी) के विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) के अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर नोएडा के उद्यमियों ने सवालिया निशान लगा दिया है। औद्योगिक सेक्टर फेस टू स्थित औद्योगिक संगठन नोएडा इंडस्ट्रियल वेलफेयर एसोसिएशन (नीवा) के माध्यम से आरोप लगाते हुए स्टेट जीएसटी अपर आयुक्त ग्रेड टू सहित आयुक्त व्यापार कर, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, मुख्यमंत्री के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि ई-वे बिल (भाग दो) भरने के दौरान मामूली गलती पर अधिकारियों की ओर से उद्यमियों और व्यापारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिस पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगाया जाए। स्टेट जीएसटी अपर आयुक्त ग्रेड टू धर्मेंद ¨सह का कहना है कि एक्ट विरूद्ध कार्य होने पर कार्रवाई का प्रावधान जीएसटी में है। सभी कार्रवाई नियमानुसर ऑन लाइन की जा रही है।
नीवा अध्यक्ष दलजीत ¨सह के मुताबिक जीएसटी व्यवस्था में ई वे बिल (भाग दो ) भरने के दौरान मामूली कलम गलती पर अधिकारियों द्वारा व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है। पिछले एक वर्ष में कई बार इस तरह की घटनाओं की जानकारी नीवा कार्यालय पहुंच चुकी है। इस पर कई बार संबंधित अधिकारियों से बातचीत भी की जा चुकी है, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। हाल ही में मोबाइल दस्ता तीन के अधिकारी ने कारोबारी की गाड़ी को जांच के लिए रोका जो नोएडा से माल की ढुलाई के लिए सूरजपुर भेजा था। यहां से यह माल देहरादून के लिए लोड होना था, परन्तु ई-वे बिल पार्ट-टू में सूरजपुर से देहरादून जाने वाले वाहन का विवरण गलती से भर दिया गया था। इस कारण अधिकारी ने वाहन चालक के साथ गाली गलौच तथा दुर्व्यवहार किया, उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया गया। लगभग एक घंटे बाद चालक के बहुत निवेदन पर कारोबारी से संपर्क करने के लिए फोन वापस लौटाया। नीवा महासचिव राजेश जैन ने बताया कि स्टेट जीएसटी अधिकारियों की इस कार्य प्रणाली का फेस टू उद्यमियों और कारोबारियों के साथ संगठन का प्रत्येक पदाधिकारी पुरजोर विरोध करता है। साथ ही दोषी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग करता है। अधिकारियों से अपेक्षा रखता है कि इस प्रकार की गलती की भविष्य में पुनरावृत्ति न हो। मामूली गलती पर नाजायज तरीके की कार्रवाई व्यापारियों के विरुद्ध न की जाए।