निजी शैक्षणिक संस्थानों की 63 बसों की फिटनेस समाप्त, एक बस पर कार्रवाई
परिवहन विभाग ने वाहनों के फिटनेस जांच के तहत जिले के निजी शैक्षणिक संस्थानों की 63 बसों सूची कार्यालय में चस्पा की है। इसमें स्कूल और कॉलेज दोनों शामिल हैं। इन बसों की फिटनेस प्रमाणपत्र की सीमा समाप्त हो चुकी है। विभाग ने इन बसों के वाहनों स्वामियों को जल्द से जल्द फिटनेस कराने को कहा है। बिना फिटनेस कराए बसें संचालित पाईं गईं तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं बुधवार और बृहस्पतिवार को जांच के दौरान एक स्कूल की बस का बिना फिटनेस संचालन करने पर चालान काटा गया है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : परिवहन विभाग ने वाहनों के फिटनेस जांच के तहत जिले के निजी शैक्षणिक संस्थानों की 63 बसों सूची कार्यालय में चस्पा की है। इसमें स्कूल और कॉलेज दोनों शामिल हैं। इन बसों की फिटनेस प्रमाणपत्र की सीमा समाप्त हो चुकी है। विभाग ने इन बसों के वाहनों स्वामियों को जल्द से जल्द फिटनेस कराने को कहा है। बिना फिटनेस कराए बसें संचालित पाईं गईं तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं बुधवार और बृहस्पतिवार को जांच के दौरान एक स्कूल की बस का बिना फिटनेस संचालन करने पर चालान काटा गया है। वहीं 15 वाहनों पर यतायात नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की गई है।
एआरटीओ कार्यालय द्वारा पिछले दिनों पंजीकृत बसों की फाइलों को जांचा गया, जिसमें जिले के स्कूलों व कॉलेज में चल रही 63 बसें बिना फिटनेस के पाई गईं। इन सभी बसों की फिटनेस 15 जनवरी तक समाप्त हो चुकी हैं। इसके बाद विभाग ने बसों की जांच का अभियान शुरू कराया। विभाग के मुताबिक यह अभियान एक सप्ताह तक चलेगा। इन दौरान बसों की सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी। इन सुरक्षा मानकों में बसों की फिटनेस, फायर सुरक्षा इंतजाम, स्पीड गवर्नर, चालकों की दक्षता और फर्स्ट एड बॉक्स आदि जांच की जाएंगी। तीन दिन में यदि बसों को फिट नहीं किया जाएगा, तो उन्हें जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। विभाग के मुताबिक बच्चों व छात्रों की सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है। जिन शैक्षणिक संस्थानों की बसों की फिटनेस समाप्त हो गई है वह बिना देर किए फिटनेस करा लें। जांच के दौरान यदि बसें पकड़ी जाती हैं तो कार्रवाई होगी। ऐसे में बच्चों और छात्रों को परेशानी होगी।
- एके पांडे, एआरटीओ