सुविधाओं की मांग व रखरखाव शुल्क वृद्धि को लेकर प्रदर्शन
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रींस एक दो व हायनिश सोसायटी के लोगों ने रविवार को मूलभूत सुविधाओं की मांग व रखरखाव शुल्क वृद्धि के विरोध में बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया। पंचशील एक व दो सोसायटी में जहां धरना शांतिपूर्ण रहा वहीं हायनिश सोसायटी में निवासी आक्रोशित हो गए।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रींस एक, दो व हायनिश सोसायटी के लोगों ने रविवार को मूलभूत सुविधाओं की मांग व रखरखाव शुल्क वृद्धि के विरोध में बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया। पंचशील एक व दो सोसायटी में जहां धरना शांतिपूर्ण रहा, वहीं हायनिश सोसायटी में निवासी आक्रोशित हो गए। बिल्डर की कार्यशैली से नाराज निवासियों ने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित निवासियों में शामिल महिलाओं व बच्चों ने बिल्डर प्रबंधन के कार्यालय पर पहुंचकर कूड़ा जा फेंका। इससे विवाद बढने पर इसकी सूचना पुलिस को दी गई। किसी तरह पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।
निवासियों ने समस्याओं का समाधान न होने व रखरखाव शुल्क की बढ़ी दर वापस न लेने पर अगले सप्ताह उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। हायनिश सोसायटी के निवासियों ने बताया कि सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सफाई के नाम पर औपचारिकता पूरी हो रही है। किसी न किसी टावर में हमेशा लिफ्ट खराब रहती है। इसके बावजूद बिल्डर प्रबंधन ने रखरखाव शुल्क 1.96 से बढ़ाकर 2.16 रुपये वर्गफीट कर दिया है। जीएसटी अलग से वसूला जा रहा है। आरोप है कि बिल्डर ने निवासियों को पूर्व सूचना तक नहीं दी। पंचशील ग्रींस एक व दो के निवासियों ने बिल्डर पर गंभीर आरोप लगाते पैदल मार्च निकाला। निवासियों ने बताया कि सोसायटी में दो हजार परिवार रहते हैं। सफाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। सुरक्षा रामभरोसे है। सोसायटी से एक बच्चे के अपहरण की कोशिश की गई थी। बिल्डर की तरफ से कोई बात करने को तैयार नहीं है। निवासियों ने अपनी-अपनी बालकनी में (अन हैप्पी रेजिडेंटस, गेट वेल सून पंचशील) बैनर लगा दिए हैं। वर्जन..
रखरखाव शुल्क में महज 20 पैसे प्रति वर्गफीट बढ़ाया है। सोसायटी में मूलभूत सुविधाएं दी जा रही है। पंचशील पंचशील ग्रींस एक में 85 लाख, दो में 83 व हायनिश सोसायटी में 90 लाख रुपये रखरखाव शुल्क बकाया है। वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारी काम करने को तैयार नहीं है।
-एके दीवान, महाप्रबंधक पंचशील सोसायटी