हस्तशिल्प के कारोबार में मिले जीएसटी व आयकर से छूट
हस्तशिल्प के कारोबार से छोटे-छोटे निर्यातक जुड़े हैं। कम पूंजी में भी बेहतर काम कर निर्यातक देश की अर्थ व्यवस्था को सु²ढ़ करने में विशेष योगदान देते हैं। हस्तशिल्प के उत्पादों को विदेशी बाजार में निर्यात कर हस्तशिल्पी काफी संख्या में विदेशी मुद्रा लाकर देश की अर्थव्यस्था को मजबूती देने में अपना योगदान दे रहे हैं। इंडिया एक्सपो मार्ट में सोमवार से शुरू हुए पांच दिवसीय हस्तशिल्प मेला-दिल्ली फेयर में मुरादाबाद के हस्तशिल्पियों ने बताया कि जीएसटी की रिफंड मिलने में देरी से इस उद्योग की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब हो रही है। विपरीत परिस्थिति में भी मुरादाबाद से मौजूदा समय में करीब 44 फीसद हस्तशिल्प उत्पादों का निर्यात किया जा रहा है। पूरे प्रदेश से होने वाले निर्यात का करीब 23 फीसद अकेले मुरादाबाद निर्यात करता है। इस स्थिति में मुरादाबाद के हस्तशिल्पियों को आयकर में छूट देनी चाहिए।
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : हस्तशिल्प के कारोबार से छोटे-छोटे निर्यातक जुड़े हैं। कम पूंजी में भी बेहतर काम कर निर्यातक देश की अर्थ व्यवस्था को सुदृढ़ करने में विशेष योगदान देते हैं। हस्तशिल्प के उत्पादों को विदेशी बाजार में निर्यात कर हस्तशिल्पी काफी संख्या में विदेशी मुद्रा लाकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में योगदान दे रहे हैं। इंडिया एक्सपो मार्ट में सोमवार से शुरू हुए पांच दिवसीय हस्तशिल्प मेला-दिल्ली फेयर में मुरादाबाद के हस्तशिल्पियों ने बताया कि जीएसटी की रिफंड मिलने में देरी से इस उद्योग की स्थिति खराब हो रही है। विपरीत परिस्थिति में भी मुरादाबाद से मौजूदा समय में करीब 44 फीसद हस्तशिल्प उत्पादों का निर्यात किया जा रहा है। पूरे प्रदेश से होने वाले निर्यात का करीब 23 फीसद मुरादाबाद निर्यात करता है। इस स्थिति में मुरादाबाद के हस्तशिल्पियों को आयकर में छूट देनी चाहिए।
निर्यातकों से बातचीत हस्तशिल्प निर्यात के क्षेत्र में मुरादाबाद प्रदेश में सबसे आगे है। यहां के निर्यात से विदेशी मुद्रा भी काफी आता है। इससे अर्थव्यवस्था को संतुलित रखने में मदद मिलती है। इसका लाभ निर्यातकों को आयकर व जीएसटी में छूट देकर करनी चाहिए।
- अवधेश अग्रवाल, महासचिव मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन। मुरादाबाद के हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट को आगे आना चाहिए। निर्यातकों के हित में जीएसटी व आयकर से छूट दिलाने की आवाज को व्यापक रूप से रखने की जरूरत है। -प्रेमवीर ¨सह, निर्यातक मुरादाबाद। - जीएसटी रिफंड में देरी से कारोबार प्रभावित होता है। नियमित रूप से जीएसटी रिफंड का लाभ मिलना चाहिए। रिफंड न मिलने से छोटे निर्यातकों के सामने काफी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
- नजमुल इस्लाम, निर्यातक मुरादाबाद।