Move to Jagran APP

जिले के विकास खंडों के परिसीमन की कवायद शुरू

शासन स्तर से अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथि भले ही घोषित नहीं हुई है लेकिन प्रशासनिक स्तर से तैयारियां शरू है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तय समय पर होंगे। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संकट से हालात बिगड़े तो पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाने पर भी विचार हो सकता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 08:18 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 06:05 AM (IST)
जिले के विकास खंडों के परिसीमन की कवायद शुरू
जिले के विकास खंडों के परिसीमन की कवायद शुरू

अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा :

loksabha election banner

शासन स्तर से अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथि भले ही घोषित नहीं हुई है, लेकिन प्रशासनिक स्तर से तैयारियां शरू है। सबकुछ ठीकठाक रहा, तो उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तय समय पर होंगे। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संकट से हालात बिगड़े, तो पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाने पर भी विचार हो सकता है। सूत्रों की मानें, तो शासन के आदेश पर जिले में विकास खंडों के परिसीमन की कवायद शुरू है। चारों विकास खंडों को एक-दूसरे में विलय करने पर प्रशासन विचार कर रहा है। ऐसा हुआ तो जिले में चार की बजाय दो विकास खंड ही रह जाएंगे। विकास खंड बिसरख को दादरी व दनकौर का जेवर में विलय हो सकता है।

दरअसल जिले की स्थिति सूबे के अन्य जनपदों से थोड़ी अलग है। विकास खंड बिसरख में छह व विकास खंड दनकौर में मात्र 11 ग्राम पंचायतें शेष रह गई है। उधर, दादरी में 48 और जेवर में 21 ग्राम पंचायते हैं। जनवरी, 2016 में जिला पंचायत चुनाव पर शासन की रोक के बाद जिला पंचायत की कमान जिलाधिकारी के हाथों में है। उस दौरान हाइकोर्ट में अवमानना से बचने के लिए शासन ने जिले में पंचायत चुनाव स्थगित कर दिए थे। नोएडा व ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण होने के चलते इनके अंतर्गत आने वाली 243 ग्राम पंचायतों का अस्तित्व समाप्त कर दिया गया था। जिले में अब 86 ग्राम पंचायतें शेष रह गई है। इन ग्राम पंचायतों में मतदाताओं की संख्या मात्र सवा दो लाख ही है।

दादरी को छोड़कर ऐसा कोई भी विकास खंड नहीं है, जिसकी आबादी 50 हजार मतदाताओं की संख्या को भी पार करती हो। विकास खंड बिसरख में मतदाताओं की संख्या 10 हजार, जेवर में 40 हजार और दनकौर में कुल 12 हजार मतदाता हैं। केवल दादरी विकास खंड के गांवों में ग्रामीण मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख के करीब है। ऐसे में शासन के आदेश पर विकास खंडों का परिसीमन कर जिला प्रशासन विकास खंड बिसरख की शेष बची छह ग्राम पंचायतों को दादरी विकास खंड और दनकौर में बची 11 ग्राम पंचायतों को जेवर विकास खंड में विलय करने पर विचार कर रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.