चार दिन बाद भी नहीं मिल पा रही जांच रिपोर्ट
जागरण संवाददाता नोएडा जिले में कोरोना संदिग्धों की पहचान के लिए जांच की जा रही है। सी
जागरण संवाददाता, नोएडा:
जिले में कोरोना संदिग्धों की पहचान के लिए जांच की जा रही है। सीएचसी व जिला अस्पताल में रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज चेन रिएक्शन (आरटी पीसीआर) जांच व एंटीजन रैपिड किट से जांच के लिए नमूने लिए जा रहे हैं, लेकिन आरटी पीसीआर नमूने की जांच रिपोर्ट चार दिन बाद भी नहीं मिल पा रही है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वह जांच रिपोर्ट के लिए भटकने को मजबूर हैं।
वर्तमान में जिले में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स), चाइल्ड पीजीआइ, राष्ट्रीय जीवविज्ञान संस्थान (एनआइबी), राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं अनुसंधान संस्थान (एनआइसीपीआर) के अलावा 25 निजी लैब में कोरोना की आरटी पीसीआर जांच हो रही है। सितंबर की शुरूआत के बाद से सभी लैब में कोरोना जांच की संख्या बढ़ी है। सबसे अधिक बोझ सरकारी लैब पर है। एनआइबी, चाइल्ड पीजीआइ, जिम्स से कोरोना की आरटीसीपीआर जांच रिपोर्ट मिलने में चार से पांच दिन का समय लग रहा है। जिससे लोगों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिला अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट डॉ. एचएल लावानिया के मुताबिक अस्पताल से प्रतिदिन 100 लोगों के सैंपल आरटी पीसीआर जांच के लिए लिए जाते हैं। पिछले कई दिनों से जांच रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है। इस संबंध में सीएमएस को जानकारी दे दी गई है। उधर सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि निजी लैब के साथ ही सरकारी लैब के प्रभारियों को जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। कुछ दिनों में समस्या ठीक हो जाएगी।