कुक की बेटी ने किया माता-पिता का नाम रोशन
फोटो 28 जीएनपी 11 संस दादरी कोई काम नहीं है मुश्किल जब इरादा हो पक्का। यदि मंजिल पाने
फोटो 28 जीएनपी 11
संस, दादरी : कोई काम नहीं है मुश्किल, जब इरादा हो पक्का। यदि मंजिल पाने की ²ढ इच्छा शक्ति है तो व्यक्ति को सफलता अवश्य मिलती है, चाहे सफर में कितनी भी अड़चन आए। यह साबित किया है दादरी के गौतमपुरी मोहल्ला निवासी कामिनी गौतम ने। इन्होंने इस वर्ष मिहिर भोज बालिका इंटर कालेज से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्कूल के साथ माता-पिता का नाम रोशन कर दिया। सीमित संसाधन व बिना कोई ट्यूशन लिए कामिनी से अपनी मेहनत के बल पर यह सफलता प्राप्त की है। कामनी ने 84.2 फीसद अंक प्राप्त किए हैं। कामिनी के पिता रविद्र गौतम एक होटल में कुक की नौकरी करते हैं और मात्र दस हजार रुपये प्रति माह की आमदनी में दो बेटियों, एक बेटे व पत्नी के साथ रहते हैँ। कामनी ने बताया कि दो बहनों व एक छोटे भाई में वह दूसरे नंबर पर है। मां सुनीता देवी गृहणी हैं। माता-पिता कम शिक्षित हैं। अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा बड़ी बहन मनीषा को देते हुए बताया कि बड़ी बहन की सलाह व मार्गदर्शन मिलने से ही वह अपनी मंजिल पा सकी। कामिनी अध्यापिका बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं।
----------
चालक के बेटे का सपना, डीएम बनकर करूं देश की सेवा
फोटो 28 जीएनपी 18
संस, दादरी : दादरी के मिहिर भोज इंटर कालेज के छात्र व चालक के बेटे हिमांशु शर्मा ने यूपी बोर्ड की 12 की परीक्षा में साइंस वर्ग में स्कूल टॉप करने के साथ जिले में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। बेटे की इस उपलब्धि पर माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू हैं। मां सुनीता देवी आठवीं पास व पिता विकल शर्मा इंटर पास हैं। हिमांशु का सपना है कि वह आइएएस परीक्षा पास कर जिलाधिकारी बनकर देश की सेवा करें। हिमांशु के पिता विकल शर्मा एक निजी डेयरी में ट्रक चालक की नौकरी करते हैं। विकल शर्मा ने बताया कि हिमांशु बहुत मेहनती है, उसने कक्षा दस में भी 84.33 फीसद अंक प्राप्त किए थे। अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को देते हुए हिमांशु ने बताया कि बहुत कम वेतन होने के बाद भी उनके पिता ने पढ़ाई लिखाई में कोई कमी नहीं आने दी। रविवार को बधाई देने वालों का उनके घर तांता लगा रहा।