आदेश के अभाव में नहीं लग रही निर्माण कार्य पर रोक
जागरण संवाददाता नोएडा निर्माण कार्य पर रोक के बावजूद शहर में नियमों का उल्लंघन कर ि
जागरण संवाददाता, नोएडा : निर्माण कार्य पर रोक के बावजूद शहर में नियमों का उल्लंघन कर निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी है। भवन निर्माण के साथ पैदल पथ और डिवाइडर निर्माण के साथ अन्य गतिविधियां हवा को जानलेवा बना रही हैं। जिसके कारण शहर की हवा बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। मौसम विज्ञानी के अनुसार आगामी दो दिन में जिले का प्रदूषण स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है। वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्माण पर रोक लगाने के बावजूद अधिकारी आदेश के इंतजार में बैठे हैं। इसके चलते निर्माण कार्य जारी है। हालांकि पहले 22 नवंबर तक निर्माण कार्य पर रोक होने के बावजूद जहां-तहां निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी रहा है। साथ ही सड़क पर खुले में पड़ी निर्माण सामग्री, कंक्रीट के मलबे और उड़ती धूल की गतिविधियों में कोई कमी नहीं देखने को मिली है। शुक्रवार शाम चार बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक नोएडा का एक्यूआइ पीएम 2.5 और पीएम 10 के साथ 394 और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआइ 386 दर्ज किया गया है। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में फरीदाबाद 423 एक्यूआइ के साथ सबसे प्रदूषित शहर रहा है। साथ ही दिल्ली का एक्यूआइ 406, गाजियाबाद का एक्यूआइ 378 और गुरुग्राम का एक्यूआइ 379 रहा है।
------------
निर्माण कार्य जारी : शहर में सेक्टर- 55, 62, 63, 71, 75 सहित कई जगह निर्माण कार्य देखने को मिला है। इस दौरान सेक्टर-18 की सड़क पर कंक्रीट के मलबे के पास डिवाइडर का निर्माण शुक्रवार को भी जारी रहा है। साथ ही सेक्टर- 55 में पैदल पथ और सेक्टर-116 में सड़क किनारे खुले में रखी निर्माण सामग्री और मलबे के साथ निर्माण कार्य भी जारी रहा है। स्थानीय निवासी अमित गुप्ता का कहना है इसी सेक्टर में प्रदूषण नियंत्रण केंद्र भी है। बावजूद इसके नियमों का पालन नही किया जा रहा है। इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
--------------
निर्माण कार्य पर रोक लगने का आदेश शुक्रवार देर शाम प्राप्त हुआ है। शनिवार से नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- प्रवीण कुमार, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी