डीएससी रोड पर बनने वाले एलिवेटेड के निर्माण में देरी होना तय
दादरी-सूरजपुर-छलेरा (डीएससी) मार्ग पर यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 5.5 किलोमीटर लंब्बा एलिवेटड बनाया जाना था लेकिन अब इस योजना को पूरा होने में देरी हो सकती है। इसकी बड़ी वजह वर्क सर्किल आठ की हीलाहवाली है जिसने अभी तक योजना में बाधक बने विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर की शिफ्टिग का प्लान ही तैयार नहीं किया है। जबकि सर्किल को स्पष्ट किया गया था कि एक सलाहकर कंपनी का चयन करके जीपीआरएस के माध्यम से पूरे कारिडोर में आने वाले विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर का सर्वे करा ड्राइगि व शिफ्टिग में आने वाले खर्च का ब्यौरा प्राधिकरण के समक्ष प्रस्तुत करे लेकिन यह कार्य ही नहीं किया गया। हैरानी की बात यह है कि महाप्रबंधक (सिविल) की और से 16 अगस्त को वर्क सर्किल आठ को पत्र लिखकर सूचित भी किया फिर भी किसी तरह की गतिविधि आयोजित नहीं हुई लिहाजा अब योजना में देरी होना तय माना जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : दादरी-सूरजपुर-छलेरा (डीएससी) मार्ग पर यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 5.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जाना था, लेकिन अब इस योजना को पूरा होने में देरी हो सकती है। इसकी बड़ी वजह वर्क सर्किल आठ की हीलाहवाली है, जिसने अभी तक योजना में बाधक बने विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर की शिफ्टिग का प्लान ही तैयार नहीं किया है। सर्किल को स्पष्ट किया गया था कि एक सलाहकार कंपनी का चयन करके जीपीआरएस के माध्यम से पूरे कॉरिडोर में आने वाले विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर का सर्वे करा, ड्राइिंग व शिफ्टिग में आने वाले खर्च का ब्योरा प्राधिकरण के समक्ष प्रस्तुत करे लेकिन यह कार्य ही नहीं किया गया। हैरानी की बात यह है कि महाप्रबंधक (सिविल) की और से 16 अगस्त को वर्क सर्किल आठ को पत्र लिखकर सूचित भी किया, फिर भी किसी तरह की गतिविधि आयोजित नहीं हुई, लिहाजा अब योजना में देरी होना तय माना जा रहा है।
बता दें कि यह वही योजना है, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 जनवरी को ग्रेटर नोएडा में किया था। जब वह नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) की एक्वा लाइन मेट्रो का उद्घाटन कर एक्वा मेट्रो का सफर कर ग्रेटर नोएडा स्थित मेट्रो डिपो पहुंचे थे। यहां पर नोएडा की 6 योजनाओं का उद्घाटन और तीन का शिलान्यास हुआ, जिसमें एक योजना यह भी शामिल रही। इसका आज तक टेंडर तक नहीं छोड़ा जा सका।
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सात वर्ष से योजना अधर में लटकी
डीएससी रोड पर सेक्टर-41 स्थित आगाहपुर पेट्रोल पंप से फेज-दो के एनएसईजेड तक 5.5 एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है। इस कार्य के लिए पहले दिल्ली शेड्यूल रेट (डीएसआर) 2012 की दरों पर एस्टिमेट तैयार करते हुए स्वीकृत कराया गया था। इसमें संशोधन करते हुए डीएसआर-2016 की दरों पर दोबारा एस्टिमेट बनाकर सक्षम स्तर से स्वीकृत कराया गया। 5.5 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड की अनुमानित लागत 460 करोड़ रुपये है। इसके लिए सिविल व विद्युतीकरण दोनों का कार्य किया जाना है। प्राधिकरण अधिकारी चाहते हैं कि दोनों ही कार्य एक साथ हो जाएं। इसके के लिए जरूरी है कि एलिवेटेड रोड के कॉरिडोर के बीच आने वाली विद्युत संबंधित लाइनों को शिफ्ट किया जाए। शिफ्टिग के लिए वर्क सर्किल-8 को कहा गया था लेकिन अब तक सलाहकार कंपनी की ओर से न तो विद्युत लाइनों का ड्राइंग बनाकर दिया और न ही लाइनों को शिफ्ट करने के लिए आने वाली लागत का ब्योरा। इसको लेकर कई बार प्राधिकरण वर्क सर्किल को बता चुका है।
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भंगेल जाम के कारण घूम कर जाते है लोग
डीएससडी रोड पर एलिवेटेड बनने से लोगों को जाम से राहत मिलेगी। साथ ही एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का दबाव भी कम हो जाएगा। वर्तमान में जाम से बचने के लिए कुलेसरा, सेक्टर-110, नंगला नंगला चरणदास, फेज-2 जाने के लिए लोग एक्सप्रेस-वे का प्रयोग करते है। एलिवेटेड बन जाने के बाद लोग इसका प्रयोग करेंगे।