कृषि सुधार विधेयक को लेकर कांग्रेस फैला रही है भ्रम : डॉ. महेश शर्मा
राजनीति लाभ के लिए कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल यह भ्रम फैला रहे हैं कि किसान बिल एक साजिश है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
राजनीति लाभ के लिए कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल यह भ्रम फैला रहे हैं कि किसान बिल एक साजिश है। यह किसानों को न्यूनतम एमएसपी के सुरक्षा सुरक्षा जाल से बाहर निकालने के लिए लाया जा रहा है। इसका सच यह है कि बिल से एमएसपी प्रभावित नहीं होती। किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए यह अतिरिक्त व्यापारिक अक्सर है। ये बातें बुधवार को सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने होशियारपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही विधेयक को लेकर आई और इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया, क्योंकि उनकी मंशा सिर्फ इसके जरिये किसानों को लुभाकर वोट लेने की थी। भाजपा की सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसान हित को देखते हुए इस विधेयक को लोकसभा व राज्य सभा में पारित कराया है। उन्होंने बताया कि किस तरह और कैसे किसान अपनी उपज को देश के किसी भी कोने में बेच सकेंगे। अगर राज्य में उनको उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है, या मंडी सुविधा नहीं है, तो किसान अपनी फसल को किसी भी दूर राज्य में ले जाकर बेच सकते हैं। इसके अलावा किसान अपनी उपज को ऑनलाइन माध्यम से बेच सकते हैं और बेहतर दाम पा सकते हैं।
नोएडा विधायक पंकज सिंह ने कहा कि इस विधेयक के तहत किसानों की आय बढ़ाने को लेकर पूरा ध्यान दिया गया है इसके माध्यम से सरकार बिचौलियों को खत्म करना चाहती है ताकि किसान को उचित मूल्य मिल सके। मोदी सरकार इससे एक आपूर्ति चैन तैयार करने की कोशिश कर रही है। इससे किसानों के लिए एक सुगम और अच्छा माहौल तैयार हो सकेगा, जिसमें उन्हें अपनी सुविधा के हिसाब से कृषि उत्पाद खरीदने और अपनी फसल बेचने की आजादी होगी। इस विधेयक से एक देश एक कृषि मार्केट बनेगा। प्रेस वार्ता का आयोजन कोषाध्यक्ष और मीडिया प्रभारी विनोद शर्मा और तन्मय शंकर ने किया। इस मौके पर भाजपा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, महामंत्री चन्दगीराम यादव, उमेश त्यागी, डिपल आंनद, गणेश जाटव, उपाध्यक्ष मनीष शर्मा, रमेश शेखर, राम निवास यादव, पंकज झा, उमेश यादव, डॉक्टर रजत शर्मा व नीरज चौहान आदि लोग मौजूद रहे।