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मस्ती की पाठशाला में ऑनलाइन समरकैंप का आनंद ले रहे बच्चे

जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना संकट काल के दौरान शिक्षा व्यवस्था बदलने के बाद अब समर कैंप का भी रूप बदल गया है। स्कूलों में वर्चुअल समर कैंप का आयोजन शुरू हो गया है। बच्चों को रोजाना कुछ नया सिखाने की दिशा में कैंप में खेल-कूद से लेकर नृत्य संगीत कला योग तकनीकी प्रशिक्षण साहित्यिक और फोटोग्राफी आदि गतिविधियां कराई जा रही हैं। समर कैंप को तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि छात्र घर बैठे-बैठे ही अपनी पसंद के क्षेत्र में कुछ रचनात्मक कर सकें।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 01:03 AM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2020 01:03 AM (IST)
मस्ती की पाठशाला में ऑनलाइन समरकैंप का आनंद ले रहे बच्चे
मस्ती की पाठशाला में ऑनलाइन समरकैंप का आनंद ले रहे बच्चे

जागरण संवाददाता, नोएडा : कोरोना संकट काल के दौरान शिक्षा व्यवस्था बदलने के बाद अब समर कैंप का भी रूप बदल गया है। स्कूलों में वर्चुअल समर कैंप का आयोजन शुरू हो गया है। बच्चों को रोजाना कुछ नया सिखाने की दिशा में कैंप में खेल-कूद से लेकर नृत्य, संगीत, कला, योग, तकनीकी प्रशिक्षण, साहित्यिक और फोटोग्राफी आदि गतिविधियां कराई जा रही हैं। समर कैंप को तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि छात्र घर बैठे-बैठे ही अपनी पसंद के क्षेत्र में कुछ रचनात्मक कर सकें। ऑनलाइन हो रही संगीत और नृत्य सिखाने की कक्षाएं

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आर्मी पब्लिक स्कूल में आठ जून से बच्चों के लिए ई-समरकैंप की शुरुआत हो गई। इसमें छोटे बच्चों को लोक नृत्य और संगीत ऑनलाइन सिखाया जा रहा है तो बड़े बच्चों के लिए खाना बनाने की भी कक्षाएं चल रही हैं। विद्यार्थियों में शारीरिक गतिविधियां जारी रखने के लिए उन्हें योग करना, एरोबिक्स और ध्यान लगाया भी सिखाया जा रहा है। प्रधानाचार्य ज्योति राणा ने बताया कि बच्चों के लिए अकेले घर पर रहना मजबूरी है, लेकिन इस बीच वह अकेला महसूस न करें व दोस्तों, शिक्षकों के साथ जुड़े रहें इसलिए रोजाना फन-गेम्स यानी मस्ती की पाठशाला चलाई जाती है, जिससे वह रचनात्मक बनें। पर्यावरण और पक्षियों से दोस्ती

यदु पब्लिक स्कूल में समर कैंप के दौरान बच्चों को पर्यावरण और पक्षियों की रक्षा के लिए उनसे दोस्ती कराई जा रही है। हर बच्चे को एक पौधा लगाकर उसकी देखभाल करने का काम दिया है और साथ ही पक्षियों के लिए पानी और घोंसला बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। प्रधानाचार्य मृणालिनी ने बताया कि बच्चों को समर कैंप में इस साल बच्चों के लिए ई-समरकैंप में आर्ट और क्राफ्ट के साथ, लोक कलाएं भी सिखाई जा रही हैं। इसमें कक्षा पांच तक के बच्चे शामिल हैं।


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