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एप से भाषा सुधारने पर जोर दे रहे बच्चे

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में भाषा को पढ़ने लिखने और समझने की दिक्कत आती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 05:21 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 05:21 PM (IST)
एप से भाषा सुधारने पर जोर दे रहे बच्चे
एप से भाषा सुधारने पर जोर दे रहे बच्चे

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में भाषा को पढ़ने, लिखने और समझने की दिक्कत आती है। इसको देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने उम्दा पहल की है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को रीड अलोंग एप से हिदी व अंग्रेजी में पारंगत बनाने की कोशिश हो रही है। सितंबर से शुरुआत के बाद काफी अच्छे परिणाम देखने को मिल रहा है।

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बकौल बेसिक शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र कुमार, बच्चों में भाषाई ज्ञान को समझने में काफी दिक्कतें आती हैं। खासकर उच्चारण और मात्राओं में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसका असर परीक्षा परिणाम में भी दिखता है। ऐसे बच्चों को अगर अभी से भाषाई ज्ञान की सही जानकारी दी जाए, तो आगामी बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम ला सकते हैं। इसको देखते हुए रीड अलोंग एप का सहारा लिया जा रहा है। स्कूली बच्चे और अभिभावक प्ले स्टोर से एप डाउनलोड कर सकते हैं। रोचकता के लिए सामग्री को कहानी के तौर पर पेश किया गया है। हर लाइन को पढ़ने पर एप आवाज का उच्चारण से मैच करता है। सही मिलने पर हर लाइन पर एक स्टार देता है। एप की यह सुविधा कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए है। कक्षा-9 से लेकर 12वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं। अभी भी आठवीं कक्षा तक के स्कूल बंद हैं। आगे भी एप का परिणाम सही रहा, तो परिषदीय स्कूल खुलने के बाद भी एप से पढ़ाई जारी रहेगी।


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