महापंचायत में 14 नामजद सहित 200 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
सपा जिला प्रवक्ता ने महापंचायत में शामिल दोनों विधायकों के नाम पुलिस की एफआइआर में न होने पर पुलिस पर सत्ता का दबाव बताया।
संवाद सहयोगी, दादरी : दादरी के चिटेहरा गांव में शुक्रवार को हुई शेरू भाटी की शोकसभा महापंचायत में बदल गई थी। महापंचायत में भाजपा के दो विधायक समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। लोगों ने शेरू के हत्यारोपितों की जल्द गिरफ्तारी व रासुका लगाने की मांग के साथ मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए महापंचायत में लॉकडाउन के नियमों व धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में 14 लोगों को नामजद करते हुए करीब 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। सपा जिला प्रवक्ता ने महापंचायत में शामिल दोनों विधायकों के नाम पुलिस की एफआइआर में न होने पर पुलिस पर सत्ता का दबाव बताया।
वीआइटी पुलिस चौकी प्रभारी यशपाल शर्मा ने बताया कि महापंचायत के दौरान पुलिस ने लोगों को लॉकडाउन व धारा 144 का हवाला देते हुए महापंचायत न करने को कहा गया था। पुलिस ने सपा नेता श्याम सिंह भाटी, सैंकी भाटी, अमित पहलवान, सतेंद्र अवाना, पिकी चौधरी, सत्यपाल बजरंगी, विनोद, पोपल, रजनीश, विकास सेठी, शंकर, साहिल को नामजद करते हुए 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 188, 269, 279 ,271, 3 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मिशन क्राइम फ्री इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भाटी का कहना है कि मामला दर्ज कर प्रशासन डराने का कार्य कर रहा है। शेरू भाटी के परिवार को न्याय दिलाने तक हम चुप नहीं बैठेंगे।
अधिवक्ता व सपा के जिला प्रवक्ता श्याम सिंह भाटी का कहना है कि पुलिस ने राजनीति के तहत विरोधियों के दबाव में सपा कार्यकर्ताओं व सामान्य नागरिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जबकि महापंचायत में गाजियाबाद के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर व दादरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक मास्टर तेजपाल नागर भी महापंचायत में शामिल हुए थे। पुलिस ने दोनों विधायकों के नाम एफआइआर में शामिल क्यों नहीं किए।