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कालम: झरोखे से

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पुलिस की ओर से रात्रि क‌र्फ्यू का पालन कराने के लिए बरती जा रही सख्ती रंग ला रही है। रात्रि क‌र्फ्यू का पालन कराने की तैयारी पुलिस कुछ घंटे पहले ही शुरू कर देती हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 06:11 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 06:11 PM (IST)
कालम: झरोखे से
कालम: झरोखे से

रंग ला रही पुलिस की सख्ती कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पुलिस की ओर से रात्रि क‌र्फ्यू का पालन कराने के लिए बरती जा रही सख्ती रंग ला रही है। रात्रि क‌र्फ्यू का पालन कराने की तैयारी पुलिस कुछ घंटे पहले ही शुरू कर देती हैं। पुलिस की टीमें लाउडस्पीकर के जरिये लोगों को रात्रि क‌र्फ्यू का सख्ती से पालन कराने का निर्देश देती हैं। लोगों ने काफी हद तक नियम का पालन भी करना शुरू कर दिया है। पुलिस वाहन के सायरन रातभर बजते रहते हैं। हालांकि रात्रि क‌र्फ्यू के पहले से कई लोगों के चेहरे के भाव बदल जाते हैं। उनके चेहरे पर तनाव साफ झलकने लगता है। कई लोगों को इस बात का भी डर था कि अगर 10 बजे से पहले घर नहीं पहुंचे, तो पुलिस उन्हें डंडा मार सकती है। आटो, टेंपो व टैक्सी से घर पहुंचने की होड़ रहती है। पुलिस की सख्ती से लोग समय से पहले घरों में कैद हो रहे हैं।

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..ताकि सलामत रहे सेहत बहलोलपुर अग्निकांड में झुग्गी से लेकर अपनी जिदगीभर की जमा पूंजी गंवाने वाले लोगों का दर्द बांटने के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं और राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदे आगे आ रहे हैं। शुरुआत में अग्निकांड के पीड़ित को इन मददगारों ने खाने के बजाय बिस्किट, पानी, केला व समोसा बांट दिया। इसे खाने के बाद पीड़ितों की भूख तो नहीं मिटी, लेकिन सेहत जरूर खराब होने लगी। कई लोगों को तो पाचन संबंधी समस्या होने लगी। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस प्रशासन की ओर से यहां एक हेल्पडेस्क बनाई गई। एक दारोगा व कांस्टेबल की तैनाती की गई है। अब अग्निकांड के पीड़ितों को मदद करने वाले लोगों को पहले हेल्प डेस्क पर मौजूद पुलिसकर्मियों से संपर्क करना होता है। राहत सामग्री बंटवाने में पुलिस मदद करती है। इससे न सिर्फ सभी लोगों तक राहत सामग्री पहुंच रही है, बल्कि लोगों की सेहत भी सलामत है। राहत सामग्री लेने के लिए मारामारी भी कम हुई है।

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पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर अधिकारी मांग रहे माफी पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद से अधिकारी लोगों की दिन-रात सेवा में लगे हैं। वहीं उनके अधीनस्थ कर्मचारी हैं कि वे अधिकारियों के साथ ही नोएडा पुलिस की छवि को भी धूमिल करने का काम कर रहे हैं। बीते दिन ही ऐसे दो मामले सामने आए। एक मामले में जहां सेवानिवृत आइपीएस ने एक चौकी इंचार्ज की अभद्रता की वीडियो इंटरनेट पर डाला, तो आनन-फानन में सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया। डीसीपी नोएडा राजेश एस ने ट्विटर पर जवाब दिया कि सब इंस्पेक्टर का व्यवहार अस्वीकार्य है। नोएडा पुलिस खेद प्रकट करती है। वहीं दूसरे मामले में एक सिपाही पर चिकित्सक से अभद्रता का आरोप लगा। इस पर एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने चिकित्सक को ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा कि सिपाही की अनुशासनहीनता और अपमानजनक व्यवहार के लिए खेद है। नोएडा पुलिस वरिष्ठ नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करती है। कांस्टेबल को चेताया गया है।

----- शादी से पहले रात्रि क‌र्फ्यू का रोना

यूं तो शादियों से पहले घरों में खुशी का माहौल होता है, लेकिन रात्रि क‌र्फ्यू से इन घरों में लोग चितित होने लगे हैं। अप्रैल का महीना शादियों का सीजन होता है और इन परिवार के लोगों ने पहले से तैयारियां कर रखी थी। शादी के कार्ड छपने से लेकर बैंक्वेट हाल, टैंट और कैटरिग की बुकिग का काम चल रहा था, लेकिन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिले में एक बार फिर से रात्रि क‌र्फ्यू लगा दिया गया है। रात 10 बजे के बाद ना तो कोई बरात लेकर जा सकता और ना ही शादी के घर में शहनाई बज सकेगी। पुलिस ने हिदायत दी है कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शादी वाले घरों में लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। टैंट, बैंड, फार्म हाउस, बैंक्वेट हाल और कैटरिग का व्यवसाय कर रहे कारोबारी भी चिता में हैं, क्योंकि उन्हें बुकिग रद होने का डर सता रहा है।


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