ओखला पक्षी विहार में निजी साइकिल से भ्रमण पर रोक
ओखला पक्षी विहार में निजी साइकिल से भ्रमण करने पर रोक लगा दी गई है। निजी साइकिल से पक्षी विहार में आने वाले लोग रेसिग के साथ शोर करने लगे थे। इसके चलते वन्य जीव प्रभावित हो रहे थे। इसी के मद्देनजर वन विभाग ने पक्षी विहार में निजी साइकिल से आने वाले लोगों पर रोक लगा दिया है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
ओखला पक्षी विहार में निजी साइकिल से भ्रमण करने पर रोक लगा दी गई है। निजी साइकिल से पक्षी विहार में आने वाले लोग रेसिग के साथ शोर करने लगे थे। इसके चलते वन्य जीव प्रभावित हो रहे थे। इसी के मद्देनजर वन विभाग ने पक्षी विहार में निजी साइकिल से आने वाले लोगों पर रोक लगा दी है।
दरअसल, ओखला पक्षी विहार में स्थानीय के साथ प्रवासी पक्षी भी काफी संख्या में हैं। इन पक्षियों को देखने के लिए दिल्ली- एनसीआर से पर्यटक प्रतिदिन आते हैं। वन विभाग का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से काफी संख्या में लोग ग्रुप में साइकिल लेकर ओखला पक्षी आ रहे थे। शुरू में यह लोग साइकिल से भ्रमण कर रहे थे, लेकिन अब यह लोग रेसिग करने लगे हैं। सुबह- शाम एक साथ दर्जन भर से अधिक लोग ग्रुप में साइकिल से पक्षी विहार में करीब चार किमी तक रेस लगा रहे थे। इस दौरान वे लोग शोर भी मचाते थे। इसके चलते पक्षी प्रभावित हो रहे हैं और सड़क के किनारे से दूर चले जाते हैं। साइकिल चलाने की अनुमति देने की मांग
ओखला पक्षी विहार में साइकिल चलाने पर लगी रोक का कुछ लोगों ने विरोध भी किया है। प्रभागीय वनाधिकारी से साइकिल चलाने पर लगी रोक हटाने की मांग की है। नोफा के अध्यक्ष राजीव सिंह का कहना है कि साइकिल से शोर नहीं होता है। इससे वन्यजीवों को परेशानी नहीं होती है। उनका कहना है कि पैदल चल कर चार किमी तक भ्रमण नहीं किया जा सकता है। इसलिए वन विभाग को ही साइकिल उपलब्ध कराना चाहिए। 20 साइकिल खरीदेगा वन विभाग
वन विभाग ओखला पक्षी विहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 20 साइकिल खरीदने जा रहा है। पर्यटकों को साइकिल किराए पर दी जाएगी। पूर्व में कुछ साइकिल खरीदी भी गई थी, जो खराब पड़ी हुई हैं। उन्हें भी ठीक कराया जाएगा। - ओखला पक्षी विहार में साइकिल सवार रेसिग करने के दौरान शोर मचा रहे थे। इससे वन्यजीवों को परेशानी हो रही थी। इसलिए बाहर से आने वाले साइकिल सवारों पर रोक लगा दी गई है। अब विभाग साइकिल उपलब्ध कराएगा। शीघ्र ही 20 साइकिल खरीदी जाएगी।
- प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, प्रभागीय वनाधिकारी, गौतमबुद्ध नगर