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संस्थागत के डिफाल्टर आवंटियों पर प्राधिकरण की निगाह टेढी

संस्थागत के डिफाल्टर आवंटियों पर भी प्राधिकरण की नजर टेढ़ी हो चुकी है। आवंटियों को तीन नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद आवंटन निरस्त किया जाएगा। बकाया वसूलने के लिए आरसी जारी होगी। इसमें उन आवंटियों को भी शामिल किया गया है जो प्राधिकरण की रि-शेड्यूलमेंट स्कीम में शामिल हुए लेकिन उन्होंने बकाया नहीं चुकाया। ऐसे साढ़े सात सौ करोड़ से अधिक के बकाया पर 62 आवंटियों को नोटिस जारी किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 08:58 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 08:58 PM (IST)
संस्थागत के डिफाल्टर आवंटियों पर प्राधिकरण की निगाह टेढी
संस्थागत के डिफाल्टर आवंटियों पर प्राधिकरण की निगाह टेढी

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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संस्थागत के डिफाल्टर आवंटियों पर भी प्राधिकरण की नजर टेढी हो चुकी है। आवंटियों को तीन नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद आवंटन निरस्त किया जाएगा। बकाया वसूलने के लिए आरसी जारी होगी। इसमें उन आवंटियों को भी शामिल किया गया है जो प्राधिकरण की रि-शेड्यूलमेंट स्कीम में शामिल हुए लेकिन उन्होंने बकाया नहीं चुकाया। ऐसे साढ़े सात सौ करोड़ से अधिक के बकाया पर 62 आवंटियों को नोटिस जारी किया गया है।

बता दें कि नोएडा प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति खराब है। इसकी वजह आवंटियों की ओर से बकाया पैसा जमा नहीं करना है। बकाया जमा करने के लिए प्राधिकरण कई बार स्कीम तक निकाल चुका है, लेकिन आवंटियों पर इसका असर होता नहीं दिख रहा। प्राधिकरण ने संस्थागत सेक्टरों में ऐसे 62 आवंटियों की सूची तैयार की है। जिन पर साढ़े सात सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। इनको डिफाल्टर की सूची में डाल दिया गया है। इनमें 80 फीसद ऐसे डिफाल्टर हैं जिनको प्राधिकरण पहले भी चार बार नोटिस जारी कर चुका है। जबकि 20 फीसद को पहली बार नोटिस जारी किया जाएगा। यानी 80 फीसद डिफाल्टर 15 दिनों में बकाया रकम जमा नहीं करते तो इनका आवंटन निरस्त कर आरसी जारी की जाएगी। निरस्त किए गए भूखंडों की स्कीम निकाली जाएगी। नीलामी के जरिये इसे बेचा जाएगा जिससे प्राधिकरण को राजस्व में बढ़ोतरी होगी।

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प्राधिकरण के डिफाल्टर संस्थागत आवंटी :

सेक्टर आवंटी बकाया

सेक्टर-62 चंबल ट्रेडिग प्राइवेट लिमिटेड 2,92,14142

सेक्टर-62 डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम 1,59,79,505 रुपये

सेक्टर-71 शिवालिक मेडिकल सेंटर 7,68,75,999 रुपये

सेक्टर-126 फैकॉर टेक्नलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड 1,05,69,784 रुपये

सेक्टर-127 पेबल्स इंफ्राडेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 2,37,83,594 रुपये

सेक्टर-132 पैनाका टाउनशिप प्राइवेट लिमिटेड 5,5133,878 रुपये

सेक्टर-136 एमबीयू इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड 1.54 करोड़ रुपये

सेक्टर-136 भूमिका इंप्राबिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड 1,8470412 रुपये

सेक्टर-137 आइ हेल्थ क्लीनिक 8,17,24,379 रुपये

सेक्टर-144 गोल्डन टॉवर इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड 1,53,08,700 रुपये

सेक्टर-153 जेम विजन टेक प्राइवेट लिमिटेड 6.21 करोड़ रुपये

सेक्टर-153 सेम इंडिया प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड 2,23,60,582 रुपये

सेक्टर-153 सेक डेपलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 3.15 करोड़ रुपये

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इन संस्थागत भूखंडों के आवंटन हुआ निरस्त

सेक्टर आवंटी बकाया

सेक्टर-154 ग्रेनाइट डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 4,23,44,145 रुपये

सेक्टर-132 एसकेवीआर सॉफ्टवायर साल्यूशन 1,51,30,024 रुपये

सेक्टर-106 फाइबर फिटनेस टेस्ट 3.82 करोड़ रुपये

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सौ करोड़ से अधिक के वाले बकायेदार

कंपनी बकाया

यूनीटेक हाईटेक प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड 1535156804

आइवीआर प्राइम आइटी एसईजेड प्राइवेट लिमिटेड 107201770

आनंद इंफोडेज प्राइवेट लिमिटेड 1263371044

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संस्थागत डिफाल्टर आवंटियों को तीन बार नोटिस जारी किए जाएंगे। तीसरा नोटिस अंतिम नोटिस होगा। इसके बाद भूखंड निरस्त कर आरसी जारी की जाएगी।

-डॉ संतोष कुमार उपाध्याय, ओएसडी, नोएडा प्राधिकरण


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