प्रदेश के बाद नोएडा को देश का सरताज बनाने का संकल्प
जागरण संवाददाता नोएडा स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में यदि पहले स्थान पर आना है तो जो भी कमियां
जागरण संवाददाता, नोएडा :
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में यदि पहले स्थान पर आना है, तो जो भी कमियां रह गई है उसे पूरा करना होगा। देश में नोएडा 11 वें नंबर पर है। जबकि पिछले पांच वर्षों से इंदौर पहले नंबर पर है। इसकी एक बड़ी वजह वहां के लोगों का जागरूक होना है। हम सभी को परिवर्तन लाना होगा। सफाई तो करनी है साथ ही जो कूड़ा बाहर डाल रहा है उसे जागरूक करना है। शहर को सुंदर बनाने के लिए वाल पेंटिग बनाई गई हैं। लोग उसे खराब करते हैं, उन्हें रोकना होगा। यहां कुछ कमियां हैं, जिनको दूर किया जाए। यह बात नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने की। वह बतौर मुख्य अतिथि नोएडा प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से सेक्टर-21 ए स्थित रामलीला मैदान में स्वच्छता नायक सम्मान समारोह में उपस्थित रहीं।
उन्होंने क्लीनेस्ट मीडियम सिटी में अव्वल आने, कचरा मुक्त शहर में फाइव स्टार रैंकिग मिलने पर पूरा श्रेय नोएडा प्राधिकरण की टीम खास तौर पर स्वच्छता कर्मी, सिविल, उद्यान और जन स्वास्थ्य विभाग के साथ शहरवासियों को दिया। इस दौरान उन्होंने स्वच्छता में विशेष योगदान देने वाले कर्मचारियों प्रशस्ति पत्र व 1100 रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कहा कि सभी कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में यह राशि ट्रांसफर कर दी गई है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 का परिणाम देर से आया, लेकिन 2022 का परिणाम आने में अब कुछ माह शेष है, लिहाजा इसके लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 26 नवंबर से होगी। इस मौके पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण कुमार मिश्र, ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह, डा.अविनाश त्रिपाठी, मुख्य महाप्रबंधक राजीव त्यागी, महाप्रबंधक पीके कौशिक, उपमहाप्रबंधक एसपी सिंह, एससी मिश्रा, वरिष्ठ प्रबंधक विजय कुमार रावल, आरके शर्मा, नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन, नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर ललित ठुकराल, फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, राजीवा सिंह, रंजन तोमर, राजन श्रीवास्तव समेत अन्य मौजूद रहे। स्वच्छता सेवा केंद्र की होगी शुरुआत
रितु माहेश्वरी ने कहा कि प्रत्येक सर्किल स्तर पर एक स्वच्छता सेवा केंद्र की शुरुआत की जाए। इसमें स्वच्छता कर्मियों की लोन व मेडिकल संबंधित समस्याओं का निराकरण किया जाए। पहले चरण में दस सेवा केंद्रों को शुरू किया जाए। तीन माह में पब्लिक हेल्थ विभाग को निर्देशित किया कि वह स्वच्छता कर्मियों की वर्दी और मेडिकल चेकअप की व्यवस्था कराए। जल सीवरेज में काम करने वाले कर्मियों को सुरक्षा के उपकरण मुहैया कराए जाएं। गैप की पहचान और कमियों को किया जाए दूर
रितु माहेश्वरी ने कहा कि इस बार लक्ष्य पहली रैंकिग होना चाहिए। इसके लिए प्राधिकरण अधिकारी टाप तीन शहरों की विजिट करें और कमियों का विश्लेषण कर उसे पूरा करें। हम सिटीजन फीडबैक चार सौ अंक पीछे रहे, इसमें भी कुछ कमियां रह गईं, इसे भी पूरा किया जाए। सरकार में कमियां निकालना आसान है काम करना कठिन है। उन्होंने संगठनों से अपील है कि लोगों को स्वच्छता अभियान में जोड़ा जाए। शहर मीडिया हब है थोड़ा सकारात्मक होना होगा। जल में करना होगा बेहतर काम
हमारे यहां जल का नेटवर्क काफी बड़ा है। ड्रेन की सफाई में नई टेक्नोलाजी लानी होगी। वैज्ञानिक तरीके से साफ-सफाई पर ध्यान देना होगा। वाटर प्लस कैटेगरी में हिस्सा नहीं लेने से हमारी रैंकिग में कमी आई। जल व्यवस्था नए सीवरेज नेटवर्क डालने, ड्रेनेज पर अभी काफी काम करना होगा। इंडस्ट्री अपने कैंपस में ही ऐसी व्यवस्था बनाएं, जो कूड़े को कंपोस्ट कर सकें।