प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ होगी कार्रवाई
जागरण संवाददाता नोएडा औद्योगिक नगरी में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए यातायात पुलिस ने ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाएगी जो प्रदूषण फैलाने में सहभागी बन रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
औद्योगिक नगरी में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए यातायात पुलिस ने ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाएगी, जो प्रदूषण फैलाने में सहभागी बन रहे हैं। इसके लिए टीम गठित की गई है। जिले के तीनों जोन में प्रदूषण के लिहाजा से हाट स्पाट चिह्नित किए गए इलाकों में अभियान को विशेष तौर पर चलाया जाएगा।
डीसीपी यातायात गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि जिन वाहनों में रेत सहित निर्माण सामग्री लादकर ले जाया जा रहा है और उन्हें ढंका नहीं गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिन वाहनों के पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) नहीं है, उनके खिलाफ भी सख्ती बरती जा रही है। अगले सप्ताह से अन्य इलाकों में अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा। सेक्टर-1, 62, 116, 125 व ग्रेटर नोएडा के जिन इलाकों में प्रदूषण ज्यादा रहता है, वहां अभियान चलाया जाएगा। वहीं प्रदूषण से बचाव के लिए उठाए जाने वाले कदमों को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र लेने सहित वाहनों से होने वाले प्रदूषण के बारे में जागरूक किया जाएगा। नियम के मुताबिक, हर तीन महीने के बाद पीयूसी जांच कराना अनिवार्य है। परीक्षण के बाद वाहन मालिक को प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र दिया जाता है। मोटर वाहन (संशोधन) कानून के तहत प्रदूषण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने पर एक हजार रुपये का चालान किया जाता है। डग्गामार वाहनों की है भरमार:
जिले में डग्गामार वाहनों खूब संचालन होता है। इनमें बस, टेंपो, माल वाहन और सवारी ढोने के लिए छोटे वाहन शामिल हैं। इनके संचालन से ध्वनि प्रदूषण के साथ वायु प्रदूषण भी फैलता है। ठंड के मौसम में इन वाहनों से निकलने वाला धुआं जानलेवा साबित होता है। 10 वर्ष पुराने डीजल वाहन प्रदूषण फैला रहे हैं।