एमसीडी टोल बूथ पर फाय¨रग करने वाला सुंदर भाटी गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
डीएनडी स्थित एमसीडी टोल बूथ पर बिना शुल्क दिये ट्रकों को पास कराने के दौरान कर्मचारियों पर फाय¨रग के मामले में एसटीएफ ने सुंदर भाटी गिरोह के सक्रिय सदस्य खानपुर कासना निवासी मोहित को गिरफ्तार किया है। बृहस्पतिवार सुबह कोतवाली सेक्टर 20 क्षेत्र से हुई गिरफ्तारी के दौरान आरोपित के पास से बिना नंबर की पोलो कार, दो मोबाइल, एक तमंचा, कारतूस, आधार, पैन व एक पुड़िया अज्ञात पदार्थ बरामद हुआ है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
डीएनडी स्थित एमसीडी टोल बूथ पर बिना शुल्क दिये ट्रकों को पास कराने के दौरान कर्मचारियों पर फाय¨रग के मामले में एसटीएफ ने सुंदर भाटी गिरोह के सक्रिय सदस्य खानपुर कासना निवासी मोहित को गिरफ्तार किया है। बृहस्पतिवार सुबह कोतवाली सेक्टर 20 क्षेत्र से हुई गिरफ्तारी के दौरान आरोपित के पास से बिना नंबर की पोलो कार, दो मोबाइल, एक तमंचा, कारतूस, आधार, पैन व एक पुड़िया अज्ञात पदार्थ बरामद हुआ है। यूपी एसटीएफ (नोएडा यूनिट) के क्षेत्राधिकारी राजकुमार मिश्र ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह सूचना मिली कि सुंदर भाटी व अनिल गैंग के तीन सदस्य अन्य राज्यों से दिल्ली आने वाले वाहनों को बिना टोल दिए पास कराने के लिए अपने अन्य साथियों से मिलने के लिए 21-25 चौराहे के पास आने वाले हैं। इन्हीं बदमाशों ने पहले टोल पर अपना दबदबा कायम रखने के लिए फाय¨रग भी की थी। सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम सेक्टर 21-25 चौराहे पर पहुंची तो वहां बिना नंबर की संदिग्ध पोलो कार दिखी। घेराबंदी करने पर मोहित पकड़ा गया जबकि वहां से खानपुर निवासी सतपाल और इमलिया निवासी सचिन मौके से भाग निकले। 20 वर्षीय मोहित 11वीं पास है। एसटीएफ के अनुसार पूछताछ में मोहित ने बताया कि उसके बड़े पिता के सुंदर भाटी से अच्छे संबंध थे। इसी वजह से काम के सिलसिले में करीब दो वर्ष पहले वह अनिल भाटी से मिला था। मुलाकात के बाद अनिल ने एमसीडी टोल टैक्स वसूलने वाले नाके पर उसके लड़कों की मौजूदगी होने व रात में बिना टोल दिए ट्रकों को पास कराने के लिए दबाव बनाने की बात बताई। उससे बचने वाली रकम को वह सब बांटते हैं। इस बातचीत के बाद ही उस काम में अनिल ने उसे भी लगाया था। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मोहित व फरार दो आरोपितों ने ही 19 मई को डीएनडी स्थित एमसीडी टोल बूथ पर ट्रक पास कराने को लेकर फाय¨रग की थी। इस मामले में कोतवाली सेक्टर 20 में एफआइआर दर्ज हुई थी। गिरफ्तार आरोपित के खिलाफ इको टेक प्रथम में भी जानलेवा हमले का एक केस दर्ज है। हालांकि उस मामले में फरार हुए दो आरोपित शामिल नहीं थे। एसटीएफ के अनुसार यह संगठित गिरोह अपने गैंग से जुड़े ट्रांसपोर्टरों की ट्रकों को पास कराकर उससे बचने वाली रकम को आपस में बांटते थे। एसटीएफ के अनुसार मोहित सुंदर व अनिल भाटी के स्क्रैप कारोबार, पानी सप्लाई, बि¨ल्डग मैटेरियल व ट्रांसपोर्ट के अवैध काम को भी देखने लगा था।