89 नए संक्रमित मिले, दो की मौत, 175 को मिली छुट्टी
जागरण संवाददाता नोएडा जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3347 हो गई है। वहीं अब तक 2396 मरीज स्वस्थ होकर घर वापसी कर चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर का कुल संक्रमितों की संख्या और रिकवरी रेट में प्रदेश में पहला स्थान है। शनिवार को भी जिले में
जागरण संवाददाता, नोएडा : जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3347 हो गई है। वहीं अब तक 2396 मरीज स्वस्थ होकर घर वापसी कर चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर का कुल संक्रमितों की संख्या और रिकवरी रेट में प्रदेश में पहला स्थान है। शनिवार को भी जिले में 89 नए कोरोना संक्रमित मिले, जबकि दो मरीज की मौत हुई। मौत का आंकड़ा भी 33 हो गया है। हालांकि कोविड अस्पतालों में अब भी 918 मरीज उपचाराधीन हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मनोज कुशवाह के अनुसार, शनिवार को शारदा व जिम्स में दो कोरोना मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला व दूसरा पुरुष है। दोनों की मौत का कारण सांस तंत्र का फेल होना बताया गया है। जिले में मरने वालों की संख्या अब 33 हो गई है। राहत की बात यह है कि लोग कोरोना को मात देकर घर लौट रहे हैं। शनिवार को 24 घंटे के अंदर 175 मरीजों ने वायरस को मात दी। कोरोना को मात देकर घर पहुंचे सीएमओ
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दीपक ओहरी चार जुलाई को कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। उनका सेक्टर-62 स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। उन्हें साधारण फ्लू के लक्षण थे। करीब एक हफ्ते उपचार के बाद उनकी दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। डॉ. ओहरी ने 19 अप्रैल को जिले का कार्यभार संभाला था। अब वह 14 दिन तक होम क्वारंटाइन रहेंगे। 14 को शुरू हो सकता है सेक्टर-39 का कोविड अस्पताल
सेक्टर-39 स्थित कोविड अस्पताल के शुरू होने की संभावना तेज हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, 14 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शुभारंभ करेंगे। यहां टाटा कंपनी की ओर से 232 बेड का वेंटिलेटर युक्त कोविड अस्पताल तैयार किया गया है। शनिवार को प्रभारी सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह डॉक्टरों के साथ इसको लेकर कार्ययोजना बनाते नजर आए। सीएमओ का कहना है कि 14 जुलाई को सीएम अस्पताल का उद्घाटन कर सकते हैं। एंटी वायरल इंजेक्शन रेमडेसिवीर की कमी
कोरोना के इलाज में उपयोगी एंटी वायरल इंजेक्शन रेमडेसिवीर की कमी के कारण मरीजों को बाहरी जिले व राज्यों का रुख करना पड़ रहा है। जिले के कोविड-19 अस्पतालों में भी इसकी कमी है। ड्रग इंस्पेक्टर एके जैन ने बताया कि कोरोना काल में इंजेक्शन की मांग तेजी से बढ़ी, इस कारण आपूर्ति नहीं हो रही है। ग्रेनो के एक कोविड अस्पताल में तीन दिन पहले सेक्टर-11 के 45 वर्षीय एक मरीज के इलाज को उसके तीमारदारों के हाथ में इस इंजेक्शन का पर्चा पकड़ा दिया। तीमारदार इंजेक्शन के लिए नोएडा व ग्रेटर नोएडा की दवा दुकानों पर भटकते रहे, लेकिन नहीं मिला। जानकारी होने पर वह दिल्ली पहुंचे और एक दुकान से इंजेक्शन खरीदा। कोविड अस्पतालों में भी इसकी मांग बढ़ गई है। हालांकि ऐसा एक और इंजेक्शन है, लेकिन उसकी कीमत ज्यादा है।