5 साल बाद 85 वर्षीय दिव्याग बुजुर्ग को वापस मिला घर
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा नोएडा के सेक्टर-55 निवासी 85 वर्षीय दिव्याग बुजुर्ग को पाच वर्ष के अ
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा के सेक्टर-55 निवासी 85 वर्षीय दिव्याग बुजुर्ग को पाच वर्ष के अथक प्रयास के बाद जिला न्यायालय ने उनका घर वापस दिलाने का आदेश दिया। बुजुर्ग को उनके एक बेटे और बहू ने घर से बाहर निकाल दिया था। बृहस्पतिवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन न्यायाधीश नीलू मेनवाल ने उनको घर वापस दिलाने का आदेश किया।
अधिवक्ता आदित्य भाटी ने बताया कि प्रेम कुमार त्रेहान अपनी पत्नी स्नेहलता के साथ सेक्टर-55 स्थित निवास पर रहते थे। वह पहले ट्रासपोर्ट का कार्य करते थे। बढ़ती उम्र के चलते उनका और पत्नी का खराब रहने लगा। वर्ष 2016 में एक दिन ज्यादा स्वास्थ्य खराब होने पर उन्होंने इसकी सूचना छोटे पुत्र रजनीश त्रेहान को दी, जिसके बाद उनका पुत्र रजनीश एव उनकी पत्नी सीमा घर आ गई और उनका उपचार करने के बजाय उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि विरोध करने पर उनके बेटे और बहू गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो गए। इस दौरान धक्का-मुक्की होने से प्रेम कुमार गिर गए और उनको सदमा लग गया, जिसकी सूचना उनकी पत्नी ने जयपुर में रहने वाले बड़े बेटे राजीव त्रेहान को दी। राजीव आकर माता-पिता को उपचार के लिए ले गए। कुछ दिनों बाद है उनकी पत्नी स्नेहलता का देहात हो गया। आरोप था कि जिसका फायदा उठाकर उनके बेटे रजनीश व उनकी पत्नी ने उनके घर पर कब्जा कर लिया। बाद में प्रेम कुमार के लौटने पर घर में प्रवेश नहीं करने दिया। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से सहायता मागी, लेकिन हल नहीं निकल सका। बाद में उन्होंने एक सिविल वाद 2017 में न्यायालय सिविल जज सीनियर डिविजन में दायर किया, जिस पर बृहस्पतिवार को लगभग पाच वर्ष बाद उनको इंसाफ मिला।