एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने अंतरराज्यीय गिरोह के 7 शातिर गिरफ्तार
ेजागरण संवाददाता नोएडा दिल्ली-एनसीआर में एटीएम बूथ के बाहर लोगों को झांसा देकर डेि
ेजागरण संवाददाता, नोएडा :
दिल्ली-एनसीआर में एटीएम बूथ के बाहर लोगों को झांसा देकर डेबिट कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सात शातिरों को कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने सेक्टर-62 से गिरफ्तार कर नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान राकेश उर्फ अब्बास निवासी खुर्जा, मोहित निवासी बलराम नगर गाजियाबाद, चंदर निवासी मधु विहार दिल्ली, राजीव निवासी भोवापुर कौशांबी गाजियाबाद, सौरभ निवासी बुलंदशहर, हरेन्द्र निवासी कौशांबी गाजियाबाद और मनीष निवासी प्रताप विहार गाजियाबाद के रूप में हुई। आरोपित राकेश उर्फ अब्बास दिल्ली के शाहीनबाग में रहता है। इनके पास से चार लाख दो हजार रुपये नकदी, विभिन्न बैंकों के 107 डेबिट कार्ड, चोरी के चार पर्स के अलावा एक संदिग्ध स्विफ्ट डिजायर कार बरामद हुई है। पुलिस के अनुसार आरोपित नोएडा-ग्रेटर नोएडा के कई थाना क्षेत्रों में डेबिट कार्ड बदल कर धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपितों ने दिल्ली, मुंबई, आगरा, बुलन्दशहर, गाजियाबाद, फरीदाबाद, में भी डेबिट बदल कर घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। पूछताछ व बरामद सामान के आधार पर पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक केस का पर्दाफाश किया है। अब्बास व मोहित है गिरोह का सरगना -
एसीपी द्वितीय नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया गिरफ्तार आरोपितों में राकेश उर्फ अब्बास और मोहित गिरोह का सरगना है। अब्बास के खिलाफ नोएडा, दिल्ली सहित अन्य जगहों पर 20 से अधिक मामले दर्ज हैं। वहीं मोहित के खिलाफ भी 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। एसीपी ने बताया कि आरोपित सुनसान रहने वाले व बिना सुरक्षा गार्ड वाले एटीएम बूथ के पास मौजूद रहते हैं। वहां नकदी निकालने के लिए पहुंचने वाले लोगों के पीछे लग कर आरोपित डेबिटि कार्ड का पिन देख लेते थे। वहीं मदद का झांसा देकर आरोपित लोगों का डेबिट कार्ड बदल कर उनके कार्ड से रकम निकालने की वारदात को अंजाम देते हैं। एसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता लगा कि आरोपित मनीष जेब कतरा है। वह लोगों का पर्स चुरा कर उसमें रखा डेबिट कार्ड भी इस गिरोह को देता था।
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डेबिट कार्ड बदल कर लोगों के खाते से पैसे निकालने वाले गिरोह को पकड़ा गया है। कई बैंक के 107 डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं। गिरोह के सदस्य अगर एटीएम खराब है व उसका वहां बोर्ड लगा है तो उसे हटाकर भी वारदात को अंजाम देते थे। गिरोह में शामिल आरोपितों का अलग-अलग रोल हैं।
लव कुमार, अपर पुलिस आयुक्त, कानून-व्यवस्था