सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रही रोडवेज की 39 अनफिट बसें
आशीष धामा नोएडा नोएडा डिपो के यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित सफर कराने के
आशीष धामा, नोएडा :
नोएडा डिपो के यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित सफर कराने के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। रोडवेज बेड़े में शामिल 39 बसों की हालत से साफ है कि अधिकारियों को बसों की सेहत का ध्यान नहीं है। बुनियादी संसाधन व अनफिट बसों में सफर की दुश्वारियां किसी भी वक्त मुसाफिरों को बड़े जोखिम में डाल सकता है।
नोएडा डिपो में 377 रोडवेज बसें हैं। इनमें 215 नोएडा व 162 बसें ग्रेटर नोएडा से चलती हैं। डिपो से प्रतिदिन बसें मेरठ, बुलंदशहर, दिल्ली, आगरा समेत अन्य जिलों और राज्यों के लिए रवाना होती हैं। वाहनों में होने वाली आकस्मिक घटनाओं को रोकने के लिए हर साल वाहनों की फिटनेस अनिवार्य है, लेकिन डिपो की 39 रोडवेज बसें बिना फिटनेस के मौत बनकर सड़कों पर दौड़ रही हैं। गर्मियों के मौसम में वाहनों के स्टेयरिग व ब्रेक फेल होने और वाहनों में आग लगना आम बात है। बीते दिन नोएडा में यात्रियों से भरी डीटीसी बस सड़क पर आग का गोला बन गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारी घटनाओं से सबक नहीं ले रहे हैं।
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पर्यावरण को पहुंचा रही नुकसान अनफिट वाहनों का सबसे अधिक प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है। वाहनों से निकलने वाला धुआं वातावरण में घुलकर हवा को जहरीला करने के साथ-साथ लोगों के फेफड़े भी काले करता है। इससे लोगों को दमा, अस्थमा, एलर्जी व नेत्र रोग की समस्या हो रही है।
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फिटनेस में परखी जाने वाले बिदु शीशे, इंजन, बाडी, पेंट, टायर, स्टेयरिग, ब्रेक, सस्पेंशन इत्यादि
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कोट : नोएडा डिपो ने पिछले पांच साल से बसों का टैक्स जमा नहीं किया है। ऐसे में बसों की फिटनेस पर रोक लगाई गई है। साथ ही अनफिट रोडवेज बसों के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। यदि बसों का संचालन किया गया तो पांच हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
- एके पांडेय, एआरटीओ प्रशासन ---
टैक्स जमा करने के लिए मुख्यालय को अवगत कराया गया है। जल्द ही रोडवेज बसों का बकाया टैक्स जमा कर दिया जाएगा। एआरटीओ से बातचीत कर फिटनेस का मसला भी हल करने पर जोर दिया जा रहा है। शासन ने फिटनेस के लिए 30 जून तक का समय निर्धारित किया है।
- हाकिम सिंह, एआरएम, नोएडा डिपो