372 स्वास्थ्यकर्मी, दो घंटे, कोरोना वैक्सीन का पूर्वाभ्यास
जागरण संवाददाता नोएडा सुबह के 10 बजे चाइल्ड पीजीआइ के प्रथम तल का नजारा अन्य दिनों के म
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सुबह के 10 बजे चाइल्ड पीजीआइ के प्रथम तल का नजारा अन्य दिनों के मुकाबले कुछ अलग था। मुख्य द्वार पर सुरक्षाकर्मी मास्क लगाकर तल्लीनता से हैंड सैनिटाइजेशन कराने के बाद ही लोगों को प्रवेश की अनुमति दे रहे थे। रिसेप्शन एरिया में दो-दो मीटर की दूरी पर कुर्सियां लगी हुई थीं। वैक्सीन लगवाने के लिए कर्मचारी मास्क लगाकर अपनी सीट पर इंतजार कर रहे थे। ओपीडी में टीकाकरण के लिए दो केंद्र के साथ आब्जर्वेशन कक्ष भी तैयार था। थोड़ी ही दूरी पर सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी व्यवस्थाओं का जायजा लेते दिखाई दिए। करीब सवा दस पर चाइल्ड पीजीआइ की स्टाफ नर्स श्वेता राय वैक्सीन लगवाने के लिए अंदर गईं। पहले बूथ पर स्वास्थ्यकर्मियों ने कार्ड से उनकी पहचान की और मोबाइल में कोविन पोर्टल से आए मैसेज की जांच की। टीकाकरण की प्रक्रिया के दौरान श्वेता के चेहरे पर मायूसी दिखी, स्वास्थ्यकर्मियों ने उन्हें हौसला दिया तो उनकी चिता दूर हुई। टीकाकरण कक्ष में सूची व कार्ड में उनके नाम का सत्यापन हुआ और उनके हाथ सैनिटाइज कराए गए। इसके बाद वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की। वैक्सीन लगाने के बाद 30 मिनट तक उन्हें चिकित्सक की निगरानी में रखा गया। यह व्यवस्था मंगलवार को कोरोना वैक्सीन के पूर्वाभ्यास के दौरान देखने को मिली। श्वेता की तरह ही अन्य 50 कर्मियों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए इसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। इसी दौरान निगरानी कक्ष में तबीयत बिगड़ने पर एक स्वास्थ्यकर्मी को व्हील चेयर से वार्ड तक ले जाया गया। जहां चिकित्सकों की देखरेख में उनकी स्वास्थ्य जांच की गई। इस बीच करीब 10:20 बजे डीएम सुहास एलवाई भी केंद्र पर पहुंचे और सीएमओ के साथ कर्मचारियों से उनकी ड्यूटी संबंधी जानकारी ली। वह करीब 10 मिनट केंद्र पर रहे और भंगेल सीएचसी के लिए रवाना हो गए।
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सीएचसी भंगेल पर भी मंगलवार को पहले के मुकाबले भीड़-भाड़ कम थी। महिला अस्पताल के लिए बनी बिल्डिंग के द्वार पर दो पुलिसकर्मी मुस्तैद थे। अंदर जाने वाले लोगों के सत्यापन का कार्य पुलिसकर्मी कर रहे थे। प्रथम तल पर तीन अलग-अलग कमरों में बूथ बने हुए थे। करीब 11 बजे डीएम व सीएमओ यहां पहुंचे। स्वास्थ्यकर्मी पुलिस सुरक्षा के बीच वैक्सीन कैरियर लेकर पहुंचे। एक-एक कर टीकाकरण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाया गया। 11 बजे तक 45 कर्मचारियों पर पूर्वाभ्यास किया जा चुका था। सीएमओ ने कर्मचारियों को वैक्सीन की प्रक्रिया बताई। कोल्ड चेन से किस तरह कोरोना वैक्सीन केंद्र तक पहुंचाई जाएगी। इसका भी पूर्वाभ्यास किया गया। तापमान मेंटेन रखने के लिए वैक्सीन कैरियर में चार कंडीशनिग आइसपैक और उपकरण लाजिस्टिक, वैक्सीन करियर, हब कटर, सिरिज, वैक्सीन वायल ओपनर, मास्क व सैनिटाइजर, पार्टीशन स्क्रीन, बायो वेस्ट के निस्तारण कैसे करें, इसकी जानकारी दी। आपातकालीन स्थिति से निपटने का भी एक डेमो दिया। इस दौरान कुछ कमियां भी नजर आईं। लाभार्थी अलग-अलग बूथ पर पहुंच गए। डीएम ने नामित नोडल अधिकारी को कमियों की सूची तैयार कर प्रेषित करने के आदेश दिए। करीब 12 बजे पूर्वाभ्यास समाप्त हुआ। सही तरह से काम होता देख डीएम सुहास एलवाई ने कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया और नामित नोडल अधिकारियों को कमियों की सूची तैयार कर रिपोर्ट भेजने को कहा। कुछ इसी तरह का नजारा सीएचसी और पीएचसी बिसरख पर भी था।
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इन बिदुओं पर हुआ कोरोना वैक्सीन के लिए पूर्वाभ्यास
- टीकाकरण के दौरान मास्क व शारीरिक दूरी का पालन
- पुलिस कर्मियों द्वारा लाभार्थियों की पहचान पत्र संबंधी जांच
- तीन चरणों में होने वाली वैक्सीन प्रक्रिया, पहले कमरे में दस्तावेज जांचे, टीकाकरण की प्रक्रियाओं को बताया
- वैक्सीन कक्ष में एक कुर्सी छोड़कर बैठने की व्यवस्था, जानकारी के लिए पंपलेट लगाएं
- टीकाकरण से पहले लाभार्थी से उसकी बीमारियों के संबंध में जानकारी लेने
- वैक्सीन लगाने के बाद कोविन पोर्टल पर लाभार्थी की जानकारी अपलोड करने
- वैक्सीन लगाने के बाद 30 मिनट तक आब्जर्वेशन का तरीका
- दुष्प्रभाव का पता चलने पर व्यक्ति को भर्ती करने का तरीका
- टीकाकरण के बाद कोविड-19 वैक्सीन का कार्ड देना आदि
- प्रत्येक अस्पताल में तीन कमरों का एक केंद्र बना
------ ड्राई रन का उद्देश्य कमियों को दूर करना था। कई छोटी-छोटी कमियां रही। इन्हें दूर किया जाएगा, जिससे टीकाकरण के दौरान कोई दिक्कत न हो। सभी केंद्रों पर समय से टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया गया और सफल भी रहा।
- डॉ. दीपक ओहरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी