15 सौ फ्लैट खरीदारों ने रेरा से की रजिस्ट्री न होने की शिकायत
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) के पोर्टल पर बिना रजिस्ट्री रह रहे 15 सौ फ्लैट खरीदारों ने शिकायत की है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) के पोर्टल पर बिना रजिस्ट्री रह रहे 15 सौ फ्लैट खरीदारों ने शिकायत की है। सूचना जुटाने के लिए रेरा ने अपने पोर्टल पर आठ फरवरी तक जानकारी मांगी थी। शिकायत दर्ज करने के लिए देय समय सोमवार को बीत चुका है। हालांकि फ्लैट से वंचित फ्लैट खरीदार अभी भी रेरा पोर्टल पर अपनी जानकारी दे सकते हैं।
बता दें कि करीब 15 दिन पहले रेरा ने अपनी वेबसाइट पर एक लिक जारी किया था। इसमें खरीदारों से रजिस्ट्री के बारे में फीडबैक पूछा था। जारी लिक पर 15 सौ फ्लैट खरीदारों ने जानकारी दी है। वहीं करीब 10 दिन पहले रेरा ने पजेशन के बारे में जानकारी देने के लिए भी दूसरा लिक जारी किया गया है। अब तक करीब साढ़े 15 सौ फ्लैट खरीदारों ने पजेशन न मिलने की जानकारी रेरा पोर्टल पर दी है। 23 बिदुओं पर मांगी गई है जानकारी
यूपी रेरा ने फ्लैट न मिलने वाले खरीदारों से 23 बिदुओं पर जानकारी मांगी है। खरीदार का नाम, बिल्डर परियोजना का नाम, परियोजना का पता, फ्लैट बुकिग की तिथि, बिल्डर द्वारा फ्लैट पर कब्जा देने की तिथि, रेरा से क्या मदद चाहिए आदि बिदुओं पर जानकारी मांगी है। रेरा अधिकारियों ने बताया कि इन बिदुओं पर खरीदार एक सप्ताह में रेरा पोर्टल पर जारी लिक पर जानकारी दे सकते हैं। वर्चुअल हो रही रेरा में सुनवाई
यूपी रेरा में कोरोना काल के चलते अभी भी वर्चुअल तरीके से सुनवाई हो रही है। तीनों पीठों में 13 हजार शिकायतकर्ताओं के मामले वर्चुअल सुने गए हैं। रेरा अधिकारियों के मुताबिक, रेरा की आनलाइन सुनवाई शिकायतकर्ताओं को रास आ रही है। सुनवाई में बिल्डर अथवा उनके प्रतिनिधि भी उपस्थित होकर अपना पक्ष रख रहे हैं। रेरा को भी मामलों का निपटारा करने में आसानी हो रही है। रेरा के मुताबिक, वर्चुअल सुनवाई से दोनों पक्षों के समय की बचत भी हो रही है। शिकायतकर्ता व बिल्डर दोनों को सुनवाई से पहले ही लिक व पासवर्ड जारी कर समय तय कर दिया जाता है। वर्जन..
रेरा पोर्टल पर 15 सौ खरीदारों ने रजिस्ट्री न होने की शिकायत दी है। पजेशन न मिलने की शिकायतों को दर्ज करने के लिए पोर्टल अभी भी खुला है।
-बलविदर कुमार, सदस्य, यूपी रेरा