दिव्या ने लगाई कामयाबी की छलांग, विश्व में छठा स्थान
यूनाइटेड विश्व कुश्ती संगठन (पूर्व में विश्व कुश्ती संगठन) ने सोमवार को महिला पहलवानों की रैंकिंग जारी की। जनपद की पहलवान बेटी दिव्या ने बड़ी छलांग लगाते हुए 68 किलो भारवर्ग में विश्व स्तर पर छठा स्थान हासिल किया है। उनके घर और गांव में खुशी का माहौल है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। यूनाइटेड विश्व कुश्ती संगठन (पूर्व में विश्व कुश्ती संगठन) ने सोमवार को महिला पहलवानों की रैंकिंग जारी की। जनपद की पहलवान बेटी दिव्या ने बड़ी छलांग लगाते हुए 68 किलो भारवर्ग में विश्व स्तर पर छठा स्थान हासिल किया है। उनके घर और गांव में खुशी का माहौल है। इसके साथ ही दिव्या ने अर्जुन अवार्ड के लिए भी आवेदन किया है। उन्होंने अपना फार्म खेल मंत्रालय में जमा कराया है।
मंसूरपुर के गांव पुरबालियान निवासी दिव्या काकरान ने कुश्ती में देश-प्रदेश का मान बढ़ाया है। इसी वर्ष हुई सीनियर एशियन चैंपियनशिप में सोना जीतने वाली दिव्या ने काफी संघर्ष के बाद यह मुकाम हासिल किया है। दिव्या ने 13 वर्ष की उम्र में ही पहलवानों को धूल चटा दी थी। करियर की पहली कुश्ती पुरुष वर्ग से लड़ने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके पिता सूरजवीर ने बताया कि सोमवार देर शाम को जारी रैंकिंग में दिव्या को छठा स्थान मिला है। इससे पहले वर्ष 2018 में वह विश्व स्तर पर 16वें और 2019 में दसवें नंबर पर रही थीं। इस बार की रैंकिग में भारत से वह इकलौती चयनित पहलवान हैं।
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पदकों की राजकुमारी
पदकों की राजकुमारी बनीं दिव्या अब तक 71 मेडल जीत चुकी हैं। 2012 में राजस्थान केसरी जीतने के बाद उन्होंने कामयाबी की उड़ान भरी थी। दिल्ली स्टेट में 17, उप्र स्तर में दो, नेशनल स्तर की अनेक प्रतियोगिता में 11 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। मंगोलिया में हुई अंडर-23 सीनियर एशियन प्रतियोगिता-2019 में गोल्ड मेडल, जकार्ता एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स-2018, गोल्ड कोस्ट आस्ट्रेलिया में कांस्य पदक जीतकर नाम रोशन किया। इटली में हुई वर्ल्ड रैकिग कुश्ती में वह तीसरे पायदान पर रहीं थीं।