शीतलहर के साथ पाला कर रहा जनजीवन अस्त-व्यस्त
शीतलहर के साथ पड़ रहे पाले ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कोहरे में वाहनों की रफ्तार मंद पड़ रही है। पूरे दिन गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटे रहने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल रही है। एक सप्ताह से अधिक समय से धूप नहीं निकलने और कड़ाके की ठंड पड़ने से गलन भी परेशान कर रही है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शीतलहर के साथ पड़ रहे पाले ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कोहरे में वाहनों की रफ्तार मंद पड़ रही है। पूरे दिन गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटे रहने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल रही है। एक सप्ताह से अधिक समय से धूप नहीं निकलने और कड़ाके की ठंड पड़ने से गलन भी परेशान कर रही है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 21 जनवरी से फिर मौसम का मिजाज बदल सकता है। 22 और 23 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
इन दिनों खतरनाक ठंड के कारण किसान, मजदूर, व्यापारी आदि सभी का जीवन ठहर सा गया है। बाजारों से रौनक गायब है। सड़कें सूनी नजर आती हैं। पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन के लिए तरसते हैं। गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल पाती। पारा निरंतर लुढ़क रहा है जिससे पूरे दिन कंपकंपी छूटती रहती है।
मंगलवार की सुबह कोहरा छाया हुआ था। कोहरे में वाहनों की गति मंद पड़ रही थी। हेडलाइट जलाने के बाद भी वाहन धीरे-धीरे चल रहे थे। सुबह करीब नौ बजे कोहरा तो छंटा, लेकिन धूप नहीं निकली। अपराह्न दो बजे के बाद हल्की धूप निकली, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिल सकी। शीतलहर के चलते लोग घरों में दुबके रहे। करीब एक पखवाड़े से धूप नहीं निकलने से वातावरण में गलन पैदा हो गई है। लोगों के हाथ-पैर में सूजन आने लगी है। ठंड से हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं। घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों, में हीटर, वार्मर, गैस बर्नर, अंगीठी, लकड़ी, कोयला, उपले जलाकर ठंड से बचाव का प्रयास किया गया। गली-मुहल्लों में लोगों ने अलाव का सहारा लिया। किसानों ने खेत में कार्य शुरू करने से पहले पत्ती जलाकर शरीर को गर्म किया, इसके बाद कार्य शुरू किया। ठंड के चलते लोगों ने मार्निंग वाक बंद कर दिया। ठंड में थोड़ी सी लापरवाही से खांसी, नजला, जुकाम, बुखार के मरीज रहे हैं। पाला पड़ने से आलू में झुलसा रोग दिखाई देने लगा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इन्होंने कहा..
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 21 जनवरी से फिर मौसम करवट बदल सकता है। बादलों की आवाजाही के साथ 22 व 23 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
-जेपी गुप्ता, निदेशक मौसम विभाग