स्वास्थ्य सुविधाओं में पंख लगने से मरीजों में जागा विश्वास
जिले में मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं को पंख लगने से लोगों में सरकारी व्यवस्था पर विश्वास जगा है। जिला महिला अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल की व्यवस्था और चिकित्सकों में काम के प्रति रुझान ने कई वर्ष में अस्पताल के हाल में सुधार किया है। मरीजों को कई प्रकार की यूनिटों की सुविधा सरकारी खर्च पर मिलने से स्वास्थ्य सुविधाओं ने रफ्तार पकड़ ली है। इन सुविधाओं के बढ़ने और अव्यवस्था खत्म होने से ओपीडी से लेकर अन्य सेवाओं के लिए मरीजों के पंजीकरण की संख्या में भी उछाल आया है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जिले में मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं को पंख लगने से लोगों में सरकारी व्यवस्था पर विश्वास जगा है। जिला महिला अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल की व्यवस्था और चिकित्सकों में काम के प्रति रुझान ने कई वर्ष में अस्पताल के हाल में सुधार किया है। मरीजों को कई प्रकार की यूनिटों की सुविधा सरकारी खर्च पर मिलने से स्वास्थ्य सुविधाओं ने रफ्तार पकड़ ली है। इन सुविधाओं के बढ़ने और अव्यवस्था खत्म होने से ओपीडी से लेकर अन्य सेवाओं के लिए मरीजों के पंजीकरण की संख्या में भी उछाल आया है।
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को पंख लगाने के लिए पिछले पांच वर्ष में कई विकास कार्य हुए हैं। कोविड में लगे ब्रेक के बाद भी लोग सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर भरोसा करने लगे। जिला महिला अस्पताल की बात करें तो बहुमंजिला इमारत में चल रहे अस्पताल में केवल गरीब लोग ही इलाज कराने नहीं पहुंचते हैं, बल्कि जिले में तैनात रहे कई न्यायधीशों ने स्वजन की डिलीवरी सरकारी अस्पताल में कराकर व्यवस्था को लगे पंखों को मजबूती दिया है। करीब तीन वर्ष पूर्व जिले में तैनात रहे एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने भी अपनी पत्नी की डिलीवरी जिला महिला अस्पताल में कराई थी। वहां की सफाई व्यवस्था और तीमारदारों की भीड़ वार्ड में संयमित करने में अस्पताल प्रशासन ने सफलता पाई है। कायाकल्प में भी जिला महिला अस्पताल को टाप-10 में कई बार शामिल किया जा चुका है।
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सीटी स्कैन व डाइलिसिस यूनिट की मिली सुविधा
जिला अस्पताल में जहां केवल एक्स-रे और ब्लड बैंक की सुविधा हुआ करती थी अब वहां सीटी स्कैन, डाइलिसिस की सुविधा बढ़ने से मरीजों का अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ा है। सुधरती व्यवस्था के बीच मरीजों के पंजीकरण की संख्या अस्पतालों में बढ़ी है। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. पंकज अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में कई प्रकार की सुविधा बढ़ गई है। चिकित्सकों ने भी मरीजों को देखने के तरीके में बदलाव कर अपनी ओर खींचने का काम किया। इसके चलते सरकारी चिकित्सा सुविधा बेहतर हुई है। कोविड के चलते अस्पताल में आक्सीजन प्लांट भी लगाया जा चुका है।