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प्रदूषण पर प्रहार को मिली दो एंटी स्माग गन

बढ़ते प्रदूषण को लेकर देशभर में एनसीआर में शामिल जिले की किरकिरी हो रही है। ऐसे में अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शासन से दो एंटी स्माग गन मिली हैं। इनके माध्यम से सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र में पानी की बौछार छोड़ी जाएंगी। एक बार 30 मीटर एरिया कवर किया जाएगा। नवंबर माह में दो एंटी स्माग गन जिले में कार्य शुरू कर देंगी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 09:18 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 09:18 PM (IST)
प्रदूषण पर प्रहार को मिली दो एंटी स्माग गन
प्रदूषण पर प्रहार को मिली दो एंटी स्माग गन

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बढ़ते प्रदूषण को लेकर देशभर में एनसीआर में शामिल जिले की किरकिरी हो रही है। ऐसे में अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शासन से दो एंटी स्माग गन मिली हैं। इनके माध्यम से सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र में पानी की बौछार छोड़ी जाएंगी। एक बार 30 मीटर एरिया कवर किया जाएगा। नवंबर माह में दो एंटी स्माग गन जिले में कार्य शुरू कर देंगी।

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एक सप्ताह पूर्व प्रदूषण के मामले में देशभर में जिला दूसरे पायदान पर रहा था। इसके चलते जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी किए। साथ ही कई पर जुर्माना लगाया गया। इससे प्रदूषण कुछ कम जरूर हुआ, लेकिन सामान्य स्तर पर नहीं पहुंचा। अभी भी हवा जहरीली है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने बीते दिनों एंटी स्माग गन की शासन से मांग की थी, जिस पर शासन से दो एंटी स्माग गम की स्वीकृति हुई है। प्रशासन इन्हें क्रय करेगा।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि दोनों गन शहर के मुख्य चौराहों समेत उन स्थानों पर कार्य करेंगी, जहां धूल की अधिकता रहेगी। दोनों गन ट्राली के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जायी जा सकेंगी। इनके माध्यम से प्रदूषित क्षेत्र में पानी की बौछार की जाएगी, जिससे धूल के कण पानी के साथ जमींदोज हो जाएंगे। एक बार में 30 मीटर एरिया कवर किया जाएगा। 800 मीट्रिक टन प्लास्टिक राजस्थान भेजा

प्रदूषण नियंत्रण के लिए फैक्ट्रियों पर की गई सख्ती का असर दिखाई देने लगा है। एक सप्ताह में जिले के भोपा रोड, जौली रोड और जानसठ रोड से करीब 20 स्थानों से 800 मीट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट राजस्थान के अलवर में भेजा गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि एनसीआर क्षेत्र में मुजफ्फरनगर पहला जिला है, जहां से भारी मात्रा में प्लास्टिक वेस्ट राजस्थान के लिए रवाना किया गया है। राजस्थान के अलवर में सीमेंट बनाने के लिए ज्वलनशील पदार्थ के रूप में इसका प्रयोग होगा। उन्होंने बताया कि पांच स्थानों से सैकड़ों मीट्रिक टन कूड़ा और उठाने के निर्देश फैक्ट्री मालिकों को दिए गए हैं। आगे से प्लास्टिक वेस्ट फैलाने वाली इकाइयों के मालिकों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। औद्योगिक इकाइयों के स्वामियों को सख्त हिदायत दी गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों व सिटी मजिस्ट्रेट को निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

- सेल्वा कुमारी, जे., जिलाधिकारी


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