जाति-धर्म का भेदभाव नहीं, एक है हमारा समाज
मुजफ्फरनगर : माइया बिरादरी के किन्नरों के सम्मेलन में दूसरे दिन पूजा-अर्चना की गई। यहां एक
मुजफ्फरनगर : माइया बिरादरी के किन्नरों के सम्मेलन में दूसरे दिन पूजा-अर्चना की गई। यहां एक ही छत के नीचे नमाज अदा की गई तो दूसरी ओर, मां दुर्गा व लड्डू गोपाल की पूजा कर भोग लगाया गया। देशभर से किन्नरों का पहुंचना शुरू हो गया है। गुरु हाजी नाजिम ने कहा कि हमारे समाज में जाति-धर्म का कोई भेदभाव नहीं है। हमारा समाज एक है। देश में खुशहाली, आपसी भाईचारा को बढ़ावा मिले, इसके लिए वह कोशिश में लगे हैं।
रुड़की रोड स्थित किरण पैलेस में शुक्रवार को किन्नरों के सम्मेलन में पूजा-अर्चना का विशेष आयोजन किया गया। गुरुवार रात से प्रारंभ हुई पूजा सुबह संपन्न की गई। इसमें किन्नरों ने पूजा कर लोगों की खुशहाली के लिए प्रार्थनाएं कीं। वहीं, किन्नरों ने नमाज अदा की सर्वसमाज में आपसी भाईचारा को बढ़ावा मिले, इसके लिए सामूहिक दुआएं की गई। मल्हूपुरा-गाजेवाली पुलिया वाले डेरे के गुरु हाजी नाजिम ने कहा कि उनके समाज में जाति-धर्म का भेदभाव नहीं है। वह सभी एक समाज बनाकर रहते हैं। लोगों की खुशियों से ही उनका पेट पलता है। वह शादी-विवाह और बच्चा पैदा होने के बाद लोगों के घर जाकर हक मांगते हैं, अन्यथा किसी को परेशान नहीं करते हैं।
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गुरु विमला की याद में सम्मेलन
गुरु हाजी नाजिम ने बताया कि यह सम्मेलन गुरु विमला की याद में हो रहा है। शामली में आठ साल पहले उनकी मृत्यु हो गई थी। उनकी दी गई शिक्षा को डेरे के किन्नर बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। उन सबकी गुरु भी शामली की ही गुरु नूरजहां अम्मा थीं, जिन्होंने उन्हें काम का हुनर सिखाया और नेक राह पर चलने की हिदायत दी थी। सम्मेलन में हर तरह के किन्नर शामिल हो रहे हैं। गुरुवार रात को माता का जागरण किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किन्नरों ने भाग लिया।
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पैलेस में पहुंचेंगे 1500 किन्नर
किरण पैलेस में किन्नरों का देशभर से पहुंचना शुरू हो गया है। सम्मेलन में करीब 1500 किन्नर भाग ले रहे हैं, जो सामूहिक रूप से देश में खुशहाली के लिए दुआएं और पूजा-अर्चना करेंगे। कारोबारियों ने लगाई दुकानें
सम्मेलन में शहर के साथ आसपास के स्वर्ण कारोबारियों ने अपनी दुकाने लगाई हैं, जहां आकर्षक ज्वैलरी से किन्नरों को लुा रहे हैं।