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गूंज रहे हैं बोल..बेटियां अनमोल

संजीव तोमर मुजफ्फरनगर। कोरोना काल में नारी सुरक्षा व सम्मान का चारों ओर शोर है। सरकार और सरकारी मशीनरी बेटियों के कल को लेकर फिक्रमंद दिखाई दे रही है। सुकन्या समृद्धि मिशन शक्ति बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। गांव में घरों पर बेटियों के नाम की प्लेट लगाई जा रही हैं और अधिकारी पौधे लगाने में जुटे हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस कवायद से लोगों की सोच बदल रही है जिसका असर लिगानुपात पर पड़ेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 08:24 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 08:24 PM (IST)
गूंज रहे हैं बोल..बेटियां अनमोल
गूंज रहे हैं बोल..बेटियां अनमोल

संजीव तोमर, मुजफ्फरनगर

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कोरोना काल में नारी सुरक्षा व सम्मान का चारों ओर शोर है। सरकार और सरकारी मशीनरी बेटियों के कल को लेकर फिक्रमंद दिखाई दे रही है। सुकन्या समृद्धि, मिशन शक्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। गांव में घरों पर बेटियों के नाम की प्लेट लगाई जा रही हैं और अधिकारी पौधे लगाने में जुटे हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस कवायद से लोगों की सोच बदल रही है, जिसका असर लिगानुपात पर पड़ेगा।

बेटियों को समाज में बराबर का अधिकार दिलाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर में एक और पहल शुरू की गई है। घर के दरवाजों पर बेटियों की नेम प्लेट लगाई जा रही हैं। प्रशासन विद्यालयों में खाली पड़ी जमीन पर समेत ग्राम समाज की जमीन पर बेटियों के नाम से पौधे लगवा रहा है। पौधों की परवरिश का जिम्मा विद्यालय स्टाफ, ग्राम प्रधान, गांव की बेटियों और उनके स्वजनों को दिया गया है। सदर ब्लाक के गांव जदौड़ा, दतियाना, संधावली, शाहपुर ब्लाक के गांव आदमपुर और खतौली के गांव सोंटा में बेटियों के नाम की प्लेट व पौधे लगाए गए हैं। गांव में लिगानुपात का बोर्ड लगाने का कार्य भी शुरू किया गया है। इनके जरिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया जा रहा है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी मो. मुशफेकीन ने बताया कि लोग बेटियों के प्रति जागरूक हो रहे हैं। बेटियों के नाम के पौधे जब वृक्ष बनेंगे तो खेत खलिहानों की भांति आवासीय क्षेत्र भी हरे-भरे हो जाएंगे। इससे पर्यावरण भी सुधरेगा।

लिगानुपात में सुधार की उम्मीद:

वर्ष बालक बालिका

वर्ष 2014-15 1000 884

वर्ष 2015-16 1000 909

वर्ष 2016-17 1000 929

वर्ष 2017-18 1000 879

वर्ष 2018-19 1000 934 समाज में बालिकाओं को समानता का अधिकार मिले, इसके लिए अभियान चल रहे हैं। लोगों की सोच में परिवर्तन दिखने भी लगा है। बेटियों को बेटे के समान तरजीह दी जा रही है।

-सेल्वा कुमारी जे,, जिलाधिकारी


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